नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : छठ पूजा, जो संतान की लंबी उम्र, स्वास्थ्य और उज्जवल भविष्य की कामना के लिए मानी जाती है, इसे बनाती है अनूठा और महत्वपूर्ण। यह व्रत 36 घंटों तक चलता है और इसमें कई नियमों का पालन करना होता है। इसके दौरान छठी मैया के प्रति सच्चा श्रद्धाभाव और समर्पण होना चाहिए, ताकि व्रती को उनकी कृपा प्राप्त हो सके। छठ पूजा के नियमों में ध्यान रखने वाली कुछ महत्वपूर्ण बातें:
प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल न करें
छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। साथ ही पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है। इस दौरान भूलकर भी चांदी, स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस पूजा में मिट्टी के चूल्हे और बर्तनों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
छठ पूजा में सूर्य देव को अर्घ्य दिया जाता है। साथ ही पूरे विधि-विधान से उनकी पूजा की जाती है। इस दौरान भूलकर भी चांदी, स्टील और प्लास्टिक के बर्तनों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। इस पूजा में मिट्टी के चूल्हे और बर्तनों का ही इस्तेमाल करना चाहिए।
लहसुन व प्याज का सेवन न करें
छठ पर्व के शुभ दिनों में भूलकर भी मांसाहारी भोजन का सेवन न करें। साथ ही इसे घर में भी न बनाएं। छठ पूजा के दिनों में लहसुन व प्याज का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
छठ पर्व के शुभ दिनों में भूलकर भी मांसाहारी भोजन का सेवन न करें। साथ ही इसे घर में भी न बनाएं। छठ पूजा के दिनों में लहसुन व प्याज का सेवन भी नहीं करना चाहिए।
सूर्य देव को अर्घ्य दिए बिना कुछ न खाएं
इस दौरान व्रत रख रही महिलाएं सूर्य देव को अर्घ्य दिए बिना किसी भी चीज का सेवन न करें। साथ ही व्रत रखने वाली महिलाएं जमीन पर सोएं।
इस दौरान व्रत रख रही महिलाएं सूर्य देव को अर्घ्य दिए बिना किसी भी चीज का सेवन न करें। साथ ही व्रत रखने वाली महिलाएं जमीन पर सोएं।
सेंधा नमक का इस्तेमाल
छठ पूजा का व्रत कठिन उपवास में से एक है। इस दौरान व्रत रह रही महिलाएं इससे जुड़े सभी नियमों का पालन करती हैं। छठ पूजा से करीब 10 दिन पहले से ही लोगों को अरवा चावल, सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए।
छठ पूजा का व्रत कठिन उपवास में से एक है। इस दौरान व्रत रह रही महिलाएं इससे जुड़े सभी नियमों का पालन करती हैं। छठ पूजा से करीब 10 दिन पहले से ही लोगों को अरवा चावल, सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए।
प्रसाद बनाते समय चखने की भूल न करें
छठ पूजा का प्रसाद बेहद पवित्र होता है। इसे बनाते समय भूलकर भी इसे जूठा न करें। साथ ही इसे बनाने से पहले भी कुछ भी न खाएं। अपने हाथों को भी साफ रखें। याद रखें कि, प्रसाद बनाने वाली जगह एक दम स्वच्छ हों।
छठ पूजा का प्रसाद बेहद पवित्र होता है। इसे बनाते समय भूलकर भी इसे जूठा न करें। साथ ही इसे बनाने से पहले भी कुछ भी न खाएं। अपने हाथों को भी साफ रखें। याद रखें कि, प्रसाद बनाने वाली जगह एक दम स्वच्छ हों।