नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) : चार दिवसीय महापर्व छठ की शुरुआत 17 नवंबर 2023 से हो रही है. इसमें सूर्यदेव और षष्ठी माता की पूजा का महत्व है. जानते हैं 4 दिनों तक चलने वाले इस पर्व में किस दिन क्या किया जाएगा.
छठ पूजा की शुरुआत नहाय-खाय के साथ होती है. इसलिए यह दिन बहुत खास होता है. इस साल नहाय-खाय शुक्रवार को है. नहाय खाय के दिन व्रती सुबह नदी स्नान करती है और इसके बाद नए वस्त्र धारण कर प्रसाद ग्रहण करती है. छठ पूजा के नहाय-खाय में प्रसाद के रूप में कद्दू चना दाल की सब्जी, चावल आदि बनाए जाते हैं. सभी प्रसाद सेंधा नमक और घी से तैयार होता है. व्रती के प्रसाद ग्रहण करने के बाद घर के अन्य सदस्य भी इस सात्विक प्रसाद को ग्रहण करते हैं.Kharna 2023 Date
छठ पर्व के दूसरे दिन खरना होता है, जोकि इस साल शनिवार 18 नवंबर 2023 को है. इस दिन सूर्योदय सुबह 06 बजकर 46 मिनट और सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा. खरना के दिन व्रती केवल एक ही समय शाम में मीठा भोजन करती है. इस दिन मुख्य रूप से चावल के खीर का प्रसाद बनाया जाता है, जिसे मिट्टी के चूल्हे में आम की लकड़ी जलाकर बनाया जाता है. इस प्रसाद को ग्रहण करने के बाद व्रती का निर्जला व्रत शुरू हो जाता है. इसके बाद सीधे पारण किया जाता है.
Sandhya Arghya 2023 Date
यह छठ पूजा महत्वपूर्ण और दिन तीसरा होता है. इस दिन घर-परिवार के सभी लोग घाट पर जाते हैं और डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है. इस साल छठ पूजा का अस्ताचलगामी अर्घ्य रविवार 19 नवंबर 2023 को दिया जाएगा. इस दिन सूर्यास्त शाम 05 बजकर 26 मिनट पर होगा. इस दिन सूप में फल, ठेकुआ, चावल के लड्डू आदि प्रसाद को सजाकर और कमर तक पानी में रहकर परिक्रमा करते हुए अर्घ्य देने की परंपरा है.
Usha Arghya 2023 Date
छठ पूजा अंतिम और चौथा दिन यानी सप्तमी तिथि को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने की परंपरा है. इस साल ऊषा अर्घ्य सोमवार 20 नवंबर 2023 को है. इस दिन सूर्योदय सुबह 06 बजकर 47 मिनट पर होगा. इसके बाद व्रती प्रसाद ग्रहण कर पारण करती है.