चुनाव आयोग ने कांग्रेस को बुलाया, उठाए गए सवालों पर होगी चर्चा
चुनाव आयोग (EC) ने महाराष्ट्र चुनाव में मतदान प्रतिशत को लेकर उठाई गई कांग्रेस की चिंताओं पर 3 दिसंबर को चर्चा के लिए पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को आमंत्रित किया है। आयोग ने कहा कि मतदान प्रक्रिया के हर चरण में पारदर्शिता सुनिश्चित की जाती है, जहां उम्मीदवार और उनके एजेंट पूरी प्रक्रिया का हिस्सा होते हैं। हरियाणा चुनाव के बाद भी कांग्रेस ने ईवीएम प्रक्रिया पर सवाल उठाए थे।
ईसी ने दी अंतरिम प्रतिक्रिया
भारतीय चुनाव आयोग (ECI) ने कांग्रेस को अपनी अंतरिम प्रतिक्रिया में स्पष्ट किया कि चुनावी प्रक्रिया पूरी पारदर्शिता के साथ संपन्न होती है। इसमें मतदाता सूची का अद्यतन और मतदान प्रक्रिया में राजनीतिक दलों की भागीदारी सुनिश्चित की जाती है। आयोग ने कांग्रेस को भरोसा दिलाया कि सभी वैध चिंताओं की समीक्षा की जाएगी और सुनवाई के बाद लिखित जवाब भी दिया जाएगा।
मतदान डेटा पर कांग्रेस की आपत्ति
कांग्रेस ने मतदान प्रतिशत के डेटा में विसंगतियों को लेकर सवाल उठाए थे। इस पर चुनाव आयोग ने कहा कि मतदान डेटा में कोई गड़बड़ी नहीं है। सभी मतदान केंद्रों का डेटा उम्मीदवारों के लिए उपलब्ध है और इसकी सत्यता जांची जा सकती है।
मतदान डेटा में अंतर का कारण
ईसी ने स्पष्ट किया कि शाम 5 बजे तक जारी मतदान प्रतिशत और अंतिम आंकड़ों में अंतर प्रक्रियात्मक कारणों से होता है। पीठासीन अधिकारी मतदान समाप्ति के बाद कई वैधानिक कार्यों को पूरा करते हैं, जिसके बाद ही अंतिम आंकड़े अपडेट किए जाते हैं।
2024 से नई प्रक्रिया लागू
आयोग ने बताया कि 2024 के आम चुनावों के दौरान शाम 11:45 बजे एक अतिरिक्त प्रेस नोट जारी किया जाएगा, जिससे डेटा और प्रक्रिया में अधिक पारदर्शिता आएगी। इसके बाद से सभी विधानसभा चुनावों में इस प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।
कांग्रेस की चिंताओं पर समीक्षा का भरोसा
चुनाव आयोग ने कहा है कि वह कांग्रेस की उठाई गई वैध चिंताओं की गहराई से जांच करेगा और आगे भी पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा।