ओमीक्रॉन के बाद और भी नए वेरिएंट
न्यूज डेस्क ( नेशनल थॉट्स ) : दुनियाभर में कोरोना के इस नए वेरिएंट ओमीक्रॉन ने तबाही मचा दी है | इस बीच कई देशों के वैज्ञानिकों ने चेतावनी जारी की है | विशेषज्ञों का कहना है, ओमिक्रॉन कोरोना का आखिरी वेरिएंट नहीं होगा | जितनी तेजी से मामले बढ़ रहे है इसके बाद नए वेरिएंट के आने का खतरा भी उतनी ही तेजी से बढ़ रहा है |
बोस्टन यूनिवर्सिटी ने किया खुलासा
कई रिपोर्ट के अनुसार बॉस्टन यूनिवर्सिटी के महामारी विशेषज्ञ लियोनॉर्डो मार्टिनस ने कई चौंकाने वाली बातें कही हैं | लियानॉर्डो के मुताबिक, संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है | इसका असर ओमिक्रॉन पर होगा | इससे इस वायरस में म्यूटेशन होगा | इस बदलाव के बाद नया वेरिएंट बन सकता है और जो और भी खतरनाक हो सकता है |
स्थिति यही रही तो नए वेरिएंट पैदा होंगे
ऑमिक्रॉन का संक्रमण उन लोगों में भी हो रहा है, जो वैक्सीन की दोनों डोज लगवा चुके हैं | ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों पर जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के महामारी विशेषज्ञ डॉ. स्टुअर्ट कैंपबेल ने भी अपनी बात रखी है | डॉ. स्टुअर्ट कहते हैं, अगर संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते हैं और लम्बे समय इनका सिलसिला यूं ही बना रहता है तो नए वैरिएंट पैदा होंगे |
डेल्टा और ओमिक्रॉन म्यूटेट हुए तो स्थिति डरावनी होगी
सबसे पहले ओमिक्रॉन का पता लगाने वाली डॉ. एंजेलिक कोएत्झी ने बताया कि डेल्टा और ऑमिक्रॉन खुद को म्यूटेट करते हैं तो स्थिति डरावनी होगी | एक बात और भी है जो परेशान करने वाली है, वो है महामारी में वायरस के संक्रमण के मरीजों को दी जाने वाली एंटीबायोटिक्स | इस तरह संक्रमण के बीच एंटीबायोटिक्स का गैर-जिम्मेदाराना प्रयोग बैक्टीरियल महामारी की ओर ले जाएगा |
जहां ओमिक्रॉन मिला, वहां के आंकड़ों से सबक लें
दक्षिण अफ्रीका में कोरोना का नया ओमिक्रॉन मिला | ओमिक्रॉन के कारण वहां कैसी स्थिति बनी, इस पर उन्होंने कहा, हमारे आंकड़ों से साफ है कि ओमिक्रॉन से जूझने वाला हर तीसरे मरीज की हालत नाजुक है और वो अस्पताल में है | 17 दिसम्बर तक रोजाना 23 हजार मामले सामने आ रहे थे | इनमें से 528 मरीजों की हालत बेहद नाजुक थी और 7900 के हॉस्पिटल में भर्ती किया गया था |