आज IPL का डबल हेडर शनिवार है। दिन के पहले पहले मैच में चेन्नई सुपर किंग्स और सनराइजर्स हैदराबाद की टीमें मुंबई के डी वाई पाटिल स्टेडियम में दोपहर 3:30 बजे से आमने-सामने होंगी। एक तरफ जहां चेन्नई सुपर किंग्स अपने तीनों मैचों में हार के साथ 9वें स्थान पर है, वहीं सनराइजर्स हैदराबाद भी अपने पहले दो मैच हार चुकी है। जैसा कि दोनों टीमें अब तक पॉइंट्स टेबल में बिना किसी अंक के खड़ी हैं, एक बात तय है कि इस मैच में एक टीम अपना खाता जरूर खोलेगी।
हेड टू हेड में चेन्नई हैदराबाद पर भारी
IPL में अबतक CSK और SRH की टीमें 16 बार आमने-सामने हुई हैं, जिसमें 12 बार चेन्नई ने बाजी मारी है। हैदराबाद का चेन्नई के खिलाफ एक पारी में सर्वाधिक स्कोर 192 और न्यूनतम स्कोर 134 रहा है। तो वहीं, चेन्नई ने हैदराबाद के खिलाफ एक इनिंग में सबसे ज्यादा 223 और सबसे कम 134 रन बनाए हैं।
चेन्नई को चाहिए बड़ा टर्नअराउंड
CSK को वास्तव में चीजों को बदलने की जरूरत है। उन्होंने अपने दूसरे मैच में पहली पारी में 210 रन बनाए लेकिन गेंदबाज उस स्कोर का बचाव करने में नाकाम रहे। तीसरे मुकाबले में बॉलर्स ने पंजाब की मजबूत बैटिंग लाइनअप को 180 पर रोका तो बैटिंग में पूरी टीम 18 ओवर्स में 126 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। स्पष्ट तौर पर दिख रहा है कि बल्लेबाज और गेंदबाज एक-दूसरे को कॉम्पलिमेंट नहीं कर पा रहे। मोईन अली, ड्वेन प्रिटोरियस, क्रिस जॉर्डन और ड्वेन ब्रावो बाकी टीमों के फॉरेन प्लेयर्स की तुलना में उतने अधिक प्रभावशाली नहीं नजर आए हैं। जिस तरह लिविंगस्टोन ने चेन्नई के खिलाफ अकेले बैटिंग और बॉलिंग से गेम चेंज कर दिया था, आज चेन्नई भी अपने फॉरेन प्लेयर्स से वही उम्मीद करेगी।
महेश तीक्ष्णा और हंगरगेकर को मिल सकता है मौका
अनुभवी तेज गेंदबाज ड्वेन ब्रावो की जगह आज के मैच के लिए श्रीलंकाई मिस्ट्री स्पिनर महेश को मौका दिया जा सकता है। लास्ट मैच में जब टीम को ब्रावो के बैटिंग की सख्त दरकार थी, वह पहली ही गेंद पर बिना खाता खोले चलते बने। इंटरनेशनल क्रिकेट से दूर चल रहे ब्रावो को बैटिंग ऑलराउंडर के तौर पर टीम में लेने से चेन्नई का ओवरऑल बैलेंस बिगड़ रहा है। पंजाब के खिलाफ बॉलिंग में भी ब्रावो ने 3 ओवर्स में 32 रन दिए थे। महेश तीक्ष्णा ने अबतक अपने करियर के 48 टी-20 मुकाबलों में 6.04 की इकॉनमी से गेंदबाजी करते हुए 51 विकेट झटके हैं। वह पावर प्ले, मिडिल ओवर्स और स्लॉग ओवर्स में बेहतरीन बॉलिंग के लिए जाने जाते हैं। ऐसे में हैदराबाद के बल्लेबाजों के खिलाफ सरप्राइज फैक्टर के रूप में उनका इस्तेमाल किया जाना टीम हित में हो सकता है। भारतीय तेज गेंदबाजों में मुकेश चौधरी और तुषार देशपांडे दोनों ही अपनी छाप छोड़ने में विफल रहे हैं । ऐसे में 19 साल से कम उम्र के राज हंगरगेकर को एक मौका मिल सकता है।