दीपिका देशवाल ने Sidhu Moose Wala की हत्या पर व्यक्त की संवेदना, प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
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यकीन नहीं हो रहा कि सिद्धू हमारे बीच नहीं है
न्यूज डेस्क ( नेशनल थॉट्स ) : यक़ीन नहीं हो रहा कि मेरे अज़ीज़ मित्र Shubhdeep Singh ( Sidhu Moosewala ) हमारे बीच नहीं है।हाल ही में शुक्रवार और शनिवार दोनों दिन हमारी बात हुई। सिद्धू ने कहा अभी तीन या चार दिन के बाद मैं चंडीगढ़ आ रहा हूँ, तब मिलते हैं। उनकी बातों में इतना उत्साह था, हमेशा काम के प्रति सजग रहते थे।
शनिवार को हुई थी आखिरी बार बात
शनिवार को हमारी आखिरी बात हुई और रविवार को एकदम से सोशल मीडिया के माध्यम से पता चला किसी ने Sidhu पर गोलियां चलायी हैं। तत्पश्चात तुरंत मैंने पुलिस अधिकारी को कॉल किया और पता किया तो मालूम पड़ा कि यह खबर सच है | कुछ अज्ञात गुंडों ने तुच्छ लालच के चक्कर में इस महापाप को अंजाम दे दिया। मैं यक़ीन नहीं कर पा रही थी | इस घटना पर कि ऐसे कैसे हो सकता है |
संस्कारों से लिप्त, सच्चे-साफ़ मन का हीरा थे सिद्धू
इस दुखद ख़बर से ऐसे हो गया है जैसे शरीर से ही जान निकल गई हो। मन यह बात मानने को राजी ही नहीं है कि मेरा होनहार दोस्त जो अपनी प्रतिभा के दम पर सारे देश-विदेशों में छाया, वो अब जीवित नहीं हैं। हम सबकी आत्मा को झकझोर कर दिया है इस दुख ने।Science background से पढ़ा लिखा लड़का, संस्कारों से लिप्त, सच्चे-साफ़ मन का हीरा, जो सदैव देश के लिए, किसानों के लिए, युवाओं के लिए आवाज उठाता है, कोई गैंगस्टर ऐसे महान इंसान को मारने की सोच भी कैसे सकता है?
हत्यारों को मिले कड़ी सजा
ऐसे असामाजिक तत्वों को मैं कहना चाहूंगी कि सिद्धू जैसे नैक लड़के की हत्या करके तुम जलील, लालची, बेशर्म गुंडों ने सारी देश को क्षति पहुँचाई है, जिसकी भरपाई अब इस जन्म में नहीं हो पाएगी। युवाओं के सपनों को मारा है। जो सिद्धू की हत्या में शामिल हैं वो लोग देश के कौम के, इंसानियत के दुश्मन हैं। कुछ पैसों के लिए इन बेशर्म गुंडों ने इतना घिनौना कार्य किया | ज़रा भी नहीं सोचा की सिद्धू के साथ साथ ही सिद्धू के माता-पिता को भी जीते जी मार रहे हैं |
काफी Down To Earth थे सिद्धू
सिद्धू इकलौता बेटा था जो अपनी जमीन से, गांव से जुड़ा था। हमेशा गाँव वालों के साथ खड़ा रहता था। इन बदमाश गुंडों को फिरौती ही चाहिए थी, तो भारत की जनता से एक-एक रुपया भीख में मांग लेते, भारत की जनता ख़ुश होकर एक-एक रुपया इनके मुँह पर मार देती, 133 करोड़ भारत की आबादी है ,कहने का भाव है की फिरौती माँगने से बेहतर ये लोग भीख माँग लेते। ग़लत रास्ते पर चलने वाले लोग हमेशा देश का नुकसान ही करते हैं।
समाज में दीमक की तरह है गुंडे
ये गुंडे वो दीमक हैं जो देश को ही खोखला कर रहे हैं,ना कुछ बस का,नहीं मेहनत करने का सामर्थ्य। मुफ़्त की रोटियां तोड़ना, भीख माँगना इनकी आदत बन गयी है, कभी किसी एक्टर कभी किसी सिंगर को टारगेट करते हैं। इसमें राजनेताओं की भी गलती है ,जो सिद्धू की सिक्योरिटी को हटाने का मामला सार्वजनिक किया। शर्म आनी चाहिए इन अशिष्ट, ओछे नेताओं को जिनको सरकार चलाने की गंभीरता का भी नहीं मालूम और पुलिस प्रशासन ने कैसे गोपनीयता को नहीं रखा? सरेआम ग़लत है।
प्रशासन से अनुरोध है कि जल्द-जल्द कार्यवाही की जाए
यह सिद्धू का मर्डर ही नहीं, सभी युवाओं की बुलंद आवाज़ का, भावनाओं का, माँ बाप के प्यार का मर्डर है। हमेशा सच का साथ देने वाला लड़का Sidhu Moosewala जो सफलता के शिखर पर अपने सामर्थ्य, अपनी प्रतिभा के आधार पर पहुँचा। सिद्धू युवाओं के लिए देश के लिए एक मिसाल है जिसने हमेशा माँ-बाप के प्यार को अपने गानों में उजागर किया, माँ की ममता दर्शाई।
हमारी यादों में हमेशा जीवित रहेंगे Sidhu Moose Wala
ऐसी महान आत्मा, महान इंसान को हम कभी नहीं भूल सकते। सरकार और पुलिस प्रशासन तुरंत सख्त कार्यवाही करें और सारे गुनहगारों को फांसी के तख्ते तक पहुँचाए। न्यायपालिका इन को सख़्त से सख़्त सजा दे ताकि आइंदा कभी किसी माँ का बेटा, देश का लाल, अपनी जान से हाथ न गंवाएं। भारत देश से इन गैंगस्टरों का सूपड़ा साफ़ करना बहुत ही जरूरी हो गया है | आख़िर कब तक हमारे देश के अनमोल रतन इसी तरीके से टारगेट होते रहेंगे? सरकार, न्यायपालिका और पुलिस इस पर तुरंत कार्यवाही कर सजा दे