दिल्ली की मंत्री आतिशी ने कहा कि आप सरकार पुराने राजिंदर नगर में एक कोचिंग सेंटर के बेसमेंट में डूबकर सिविल सेवा के तीन उम्मीदवारों की मौत पर आक्रोश के बीच कोचिंग सेंटरों को विनियमित करने के लिए कानून लाएगी। दिल्ली की मेयर शेली ओबेरॉय के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए आतिशी ने कहा कि राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल कोचिंग संस्थान में हुई त्रासदी के बाद 30 कोचिंग सेंटरों के बेसमेंट को सील कर दिया गया है और 200 संस्थानों को नोटिस जारी किया गया है।
शेली ओबेरॉय ने कहा, “हम छात्रों की मांगों को सुनेंगे, हम जल्द ही उनके साथ बैठक करेंगे और उसके बाद हम कोचिंग संस्थान विनियमन अधिनियम लाएंगे।” एमसीडी की प्रारंभिक रिपोर्ट का हवाला देते हुए आतिशी ने कहा कि घटना के पीछे मुख्य कारण कोचिंग सेंटरों द्वारा नाले के किनारे अतिक्रमण करना था, जिसके कारण बाढ़ का पानी कम नहीं हो पाया। आतिशी ने कहा, “वहां सभी कोचिंग सेंटरों ने नाले पर अतिक्रमण कर लिया था, जिसकी वजह से पानी नीचे नहीं जा रहा था।”
प्रारंभिक जांच से पता चला है कि इलाके में जल निकासी व्यवस्था में गाद जमी हुई थी। इसके अलावा, इमारत के बेसमेंट का इस्तेमाल लाइब्रेरी के तौर पर किया जा रहा था, जबकि अधिकारियों ने इसे स्टोरेज के तौर पर इस्तेमाल करने की मंजूरी दी थी।
आतिशी ने कहा कि इलाके में अतिक्रमण रोकने के लिए जिम्मेदार जूनियर इंजीनियर को एमसीडी ने “हमेशा के लिए बर्खास्त” कर दिया है। सहायक इंजीनियर को भी निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा, “छह दिनों में मजिस्ट्रेट रिपोर्ट आ जाएगी और जो लोग इसके लिए जिम्मेदार पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” उन्होंने यह भी कहा कि पिछले तीन दिनों में कोचिंग सेंटरों द्वारा किए गए अवैध अतिक्रमण को बुलडोजर से गिरा दिया गया है।