नई दिल्ली(नेशनल थॉट्स)- दिल्ली के लोगों को बाढ़ से बचाने में नाकाम रही दिल्ली सरकार को घेरते हुए दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पत्रकार सम्मेलन के दौरान दिल्ली सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए।
10 सालों में एपेक्स कमिटी की कोई बैठक नहीं की गई
एपेक्स कमिटी की बैठक न बुलाने के मुद्दे पर कांग्रेस ने भी दिल्ली सरकार पर सवाल उठाए हैं। दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री अरविंदर सिंह लवली ने पत्रकार वार्ता में कहा कि वर्तमान सरकार ने एपेक्स कमिटी का अस्तित्व ही खत्म कर दिया है, जबकि सीएम खुद इस कमिटी के मुखिया होते हैं। हर साल जनवरी फरवरी के महीने में इस कमिटी की बैठक होनी चाहिए, लेकिन दिल्ली सरकार ने पिछले 10 सालों में कोई बैठक नहीं की।
अधिकारियों की ड्यूटी बाढ़ नियंत्रण कार्यों की बजाय सड़क निर्माण कार्य में लगाई
दिल्ली सरकार ने अधिकारियों की ड्यूटी बाढ़ नियंत्रण की जगह अवैध कॉलोनियों में सड़कों के निर्माण कार्य में लगाकर खुद दिल्ली में बाढ़ को आमंत्रित किया है। सरकार ने बाढ़ से बचाव को लेकर भी कोई गंभीरता नहीं दिखाई है और डीडीआरएफ के नोडल ऑफिसर की नियुक्ति ही नहीं की।
लवली ने कहा कि अगर अरविंद केजरीवाल समय रहते एपेक्स कमिटी की बैठक बुलाकर निगरानी रखते, तो आज दिल्लीवालों को इस बुरे दौर से नहीं गुजरना नहीं पड़ता।
शीला दीक्षित 6 महीने पहले ही एपेक्स कमिटी की बैठक बुला कर कायों कीजिम्मेदारीतय कर देती थी
दिल्ली में जब कांग्रेस की सरकार थी, तो तत्कालीन मुख्यमंत्री शीला दीक्षित 6 महीने पहले ही एपेक्स कमिटी की बैठक बुलाती थीं और शहरी विकास मंत्री के साथ-साथ पड़ोसी राज्यों के सिंचाई विभाग के अधिकारियों से समन्वय रखते हुए बरसात से पहले नालों और नदियों से गाद निकालने का काम पूरा कर लिया जाता था।
पूर्व कांग्रेस सांसद जयप्रकाश अग्रवाल और दिल्ली सरकार के पूर्व मंत्री हारून युसूफ ने भी दिल्ली सरकार पर बाढ़ पीड़ितों को राहत पहुंचाने में फेल होने की बात कही। कांग्रेसी नेताओं ने केजरीवाल को घेरते हुए कहा कि केजरीवाल सत्ता के नशे में चूर है आम आदमी से दूर हैं।