दिल्ली में पिछले कई दिनों से हवा की गुणवत्ता लगातार जहरीली बनी हुई है। आम जनता के लिए सांस लेना मुश्किल हो गया है। हाल के दिनों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में था, लेकिन 20 नवंबर को इसमें मामूली सुधार हुआ। अब AQI ‘गंभीर’ श्रेणी में पहुंचा है।
बुधवार सुबह दिल्ली का AQI 500 से कम होकर 424 दर्ज किया गया। हालांकि, यह अभी भी ‘गंभीर’ श्रेणी में बना हुआ है। सुबह के समय धुंध की पतली परत छाई रही, जिससे दृश्यता कम हो गई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, हवा की गुणवत्ता में गिरावट के बावजूद लोगों का दैनिक जीवन जारी है।
इंडिया गेट के पास लोग सुबह की सैर और जॉगिंग करते नजर आए, जबकि कर्तव्य पथ पर भी लोग प्रदूषण के बावजूद अपनी गतिविधियां जारी रखे हुए हैं। दिल्ली के कई हिस्सों में धुंध की मोटी परत दिखाई दे रही है, जिससे जनजीवन प्रभावित हो रहा है।
धुंध के कारण रेलवे सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं:
13 ट्रेनें देरी से चल रही हैं।
9 ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर धुंध की मोटी परत देखी गई। इससे यात्री समय पर अपने गंतव्य तक नहीं पहुंच पा रहे हैं।
प्रदूषण का असर नदियों पर भी पड़ा है। कालिंदी कुंज और ओखला बैराज के पास यमुना नदी में जहरीले झाग की मोटी परत तैर रही है।
ड्रोन से ली गई तस्वीरों में नदी पर झाग की भयावह स्थिति दिखाई दी।
विषाक्त झाग पर्यावरण और जलजीवन पर गंभीर प्रभाव डाल रहा है।
दिल्ली की हवा में मामूली सुधार के बावजूद हालात गंभीर बने हुए हैं। प्रदूषण नियंत्रण के लिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है ताकि आम जनता को राहत मिल सके। वहीं, बढ़ते प्रदूषण का प्रभाव जनजीवन और पर्यावरण पर चिंता का विषय बना हुआ है।