नई दिल्ली,(नेशनल थॉट्स ) – सनातन धर्म में दीपावली का विशेष महत्व होता है। दीपावली त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है, और यह पांच दिनों तक चलता है. यह त्योहार कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी से शुरू होता है, जिसे धनतेरस कहा जाता है.
मान्यता है कि इस दिन समुद्र मंथन के समय भगवान धन्वंतरि अमृत कलश के साथ प्रकट हुए थे, और इस दिन भगवान धन्वंतरि और धन देवता कुबेर की पूजा की जाती है। आइए आज हम आपको बताते हैं कि धनतेरस के दिन कैसे पूजा करें और कितने दीपक जलाएं.
धनतेरस को त्रयोदशी तिथि के रूप में मनाया जाता है, और इसका वैज्ञानिक महत्व है, जैसा कि सबसे पहला धन हमारे शरीर को स्वास्थ्य में माना जाता है. कहा जाता है कि पहला सुख निरोगी काया होता है.
धनतेरस के दिन भगवान धन्वंतरि की पूजा की जाती है, जो आयुर्वेद के जनक माने जाते हैं, और उन्होंने अमृत को प्रकट किया था. इसलिए धनतेरस के दिन धन्वंतरि देवता के साथ धन औषधि के देवता कुबेर की पूजा की जाती है. आपको इस दिन सायंकाल के समय 13 दिए जल जलाने चाहिए.