राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने जयपुर में राजस्थान विधानसभा के सदस्यों को संबोधित किया। इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि संविधान के सिद्धांत हमारे स्वतंत्रता संग्राम के आदर्शों पर स्थापित किये गये हैं। न्याय, स्वतंत्रता, समानता और बंधुत्व के ये संवैधानिक आदर्श सभी विधायकों के लिए मार्गदर्शक सिद्धांत होने चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान में सभ्यता और संस्कृति के हर पक्ष में अत्यंत सशक्त परंपराएं हैं। स्वाभिमान के लिए लड़ने की भावना राजस्थान के लोगों में कूट-कूट कर भरी हुई है। यह राजस्थान के गौरवशाली इतिहास का आधार रहा है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की जनजातियों सहित सभी समुदायों के लोगों ने देशभक्ति की अनूठी मिसालें पेश की हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि राजस्थान की लोक मनमोहक प्रकृति और कलाकृतियां दुनिया भर के लोगों को आकर्षित करती हैं। जैसलमेर के रेगिस्तान से लेकर माउंट आबू तक, उदयपुर की झीलें और रणथंभौर के जंगल प्रकृति की शानदार छटा प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने कहा कि राजस्थान के उद्यमशील लोगों ने भारत और विदेशों में वाणिज्य और व्यापार के विभिन्न क्षेत्रों में अमिट छाप छोड़ी है।