बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारी: क्या समय से पहले होंगे चुनाव?
बिहार में विधानसभा उपचुनाव में अपनी जीत से उत्साहित जनता दल (यूनाइटेड) [जेडीयू] ने 2024 के विधानसभा चुनाव की शुरुआती तैयारी शुरू कर दी है। जेडीयू के अलावा भाजपा ने दो सीटें जीतीं और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा ने एक सीट बरकरार रखी, जिससे राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का प्रदर्शन मजबूत हुआ है।
एनडीए की मजबूत वापसी, लेकिन चुनौतियाँ भी
सभी चार सीटें बिहार के मगध-शाहाबाद बेल्ट में आती हैं, जहां 2020 के विधानसभा चुनाव के बाद से एनडीए अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था। बेलागंज सीट पर पहले जनता दल और 1990 से राजद जीतते आ रहे थे, लेकिन इस बार जदयू उम्मीदवार मनोरमा देवी ने जीत दर्ज की। यह 34 साल में पहली बार है जब राजद के अलावा किसी अन्य पार्टी ने इस सीट पर जीत हासिल की।
राजद को गढ़ में हराने की अहमियत
जेडीयू महासचिव और प्रदेश मंत्री अशोक चौधरी ने कहा, “यह जीत महत्वपूर्ण है क्योंकि हमने राजद को उनके गढ़ में हराया है और मगध और शाहाबाद क्षेत्र में बढ़त हासिल की है।” उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए सहयोगियों के बीच वोट ट्रांसफर सुचारू रहा और विधानसभा चुनाव से पहले यह परिणाम लोगों के मन में स्थिर हो गया है।
नीतीश कुमार का जल्दी चुनाव कराने का समर्थन
कथित तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जेडीयू की 2024 की सफलता को भुनाने के लिए बिहार में जल्दी चुनाव कराने पर जोर दे रहे हैं, इससे पहले कि एनडीए की आंतरिक कलह और चिराग पासवान और प्रशांत किशोर जैसे उभरते खतरे उनकी स्थिति को कमजोर कर दें। नीतीश कुमार ने अधिकारियों को तेजी से काम निपटाने के निर्देश भी दिए हैं।
चिराग पासवान और लालू यादव के बयान
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान ने गुरुवार को कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) 2025 का बिहार विधानसभा चुनाव मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में लड़ेगा और 200 से अधिक सीटें जीतेगा। उन्होंने कहा, “हमारा स्ट्राइक रेट 100% था। हमने सभी चार सीटों पर जीत हासिल की।”
वहीं, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव ने कहा, “हमारी पार्टी अगले साल होने वाले बिहार चुनाव में जीत हासिल करेगी और हमें बहुमत मिलेगा।”