न्यूज डेस्क ( नेशनल थॉट्स ) : आज के समय में हर युवा बैंक में नौकरी चाहता है | प्राइवेट सेक्टर की झंझट से दूर, वे सरकारी बैंक की नौकरी चाहते है | 2010 में आये आईटी सेक्टर में रिशेसन के बाद से सभी युवा घबरा गए है | इंजिनियर से लेकर आम ग्रेजुएट भी आज के समय में बैंक की नौकरी चाहता है | बैंक में काम करने का समय निश्चित होता है, साथ ही पेंशन, पीएफ के भी फायदे मिलते है |
फ्रेशर्स के लिए केवल तीन प्रोफाइल :-
क्लर्क या सिंगल विंडो ऑपरेटर (SWO)
प्रोविजनरी ऑफिसर (PO)
स्पेशलिस्ट ऑफिसर
बैंक एग्जाम की तैयारी करने के टिप्स
इन प्रोफाइल के लिए पीओ एग्जाम, क्लर्क एग्जाम, आईबीपीएस (IBPS) व RRB एग्जाम आयोजित किये जाते है | पीओ व क्लर्क एग्जाम के लिए साल में 2 बार परीक्षा होती है, जबकि स्पेशलिस्ट ऑफिसर के लिए साल में एक बार परीक्षा होती है | आप जब पेपर देना चाहते है, निश्चित कर तैयारी शुरू कर दें | बैंक के पेपर के ये सारे विषय कवर किये जाते है –क्रमांक बैंक पेपर में आने वाले सब्जेक्ट
1. रीजनिंग
2. एप्टीट्यूड (quantitative aptitude) या न्यूमेरिकल रीजनिंग
3. कंप्यूटर ज्ञान
5. सामान्य ज्ञान (general awareness)
6. इंग्लिश
तैयारी करने का पहला स्टेप है
एग्जाम से जुड़ी सारी बातें ध्यान से पढ़ ले, और एग्जाम के फॉर्म भर कर, समय देखें कि कितना आपको तैयारी के लिए मिलता है | आपको ये भी प्लान करना होगा कि आप बैंक की तैयारी खुद से करना चाहते हो, या किसी संसथान में जाकर इसकी तैयारी करना चाहते हो |
सेल्फ स्टडी –
बैंक की तैयारी खुद से घर पर भी की जा सकती है, इसके लिए आपको थोड़ी समझदारी और एक सही टाइम टेबल की जरुरत है |
सेल्फ स्टडी के फायदे –
आप अपनी पढ़ाई अपनी स्पीड के अनुसार कर सकते है | जिस विषय में आपको लगता है, अधिक समय की जरूरत है, उसे अधिक दें |
आप अपनी पसंद का स्टडी मटेरियल पढ़ सकते है |
समय बचता है, जिसका उपयोग आप अपने कमजोर विषय में देकर कर सकते है |
सबसे महत्वपूर्ण, पैसों की भी बचत होती है |
एग्जाम पैटर्न को समझें :-
कम समय में ज्यादा से ज्यादा सवाल हल करें, आप स्टॉप वाच रखे, फिर देखें | कितने समय में आप कितने सवाल हल कर पा रहे है |
रोज पढाई करे, इससे आपका आत्मविश्वास बढ़ेगा |
जिस बैंक की परीक्षा आप देना चाहते है और जिस बैंक को आप ज्वाइन करना चाहते है, उसकी पूरी इन्फॉर्मेशन निकाल कर अच्छे से पढ़े |
पिछले सालों के पेपर सोल्व करें |
टाइम टेबल बनायें, रोज का रूटीन बनाकर उसे फॉलो करें |