महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीखों की चुनाव आयोग की घोषणा से पहले विपक्षी दलों ने एक बार फिर ईवीएम में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने ईवीएम की सुरक्षा को लेकर चिंता जताते हुए कहा कि इजरायल द्वारा आतंकवादी संगठन हिजबुल्लाह के पेजर्स को हैक करने का उदाहरण देते हुए उन्होंने दावा किया कि ईवीएम में भी हेरफेर किया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा कि महाराष्ट्र में विपक्ष को दबाव बनाना चाहिए कि मतदान बैलेट पेपर से किया जाए, न कि ईवीएम के माध्यम से।
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को इस मुद्दे पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “जनता ने मतदान में भाग लेकर सवालों का जवाब दे दिया है।” उन्होंने जोर देकर कहा कि ईवीएम “100 फीसदी फुलप्रूफ” हैं। कुमार ने कहा, “अगर वे आज फिर सवाल उठाएंगे तो हम उन्हें फिर से बताएंगे।”
इससे पहले, कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा था, जिसमें हरियाणा के 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रक्रिया में गंभीर अनियमितताओं को उजागर किया गया था। रमेश ने सोशल मीडिया पर लिखा, “9 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने चुनाव आयोग को शिकायतों से भरा एक ज्ञापन सौंपा था। आज हमने एक अद्यतन ज्ञापन दिया है और हमें उम्मीद है कि चुनाव आयोग इस पर संज्ञान लेगा और उचित निर्देश जारी करेगा।”
इस प्रकार, विपक्ष के लगातार सवालों और चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया के बीच, ईवीएम की सुरक्षा और चुनाव प्रक्रिया को लेकर बहस जारी है।