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नई दिल्ली (नेशनल थॉटस)- दिल्ली विश्वविद्यालय कर्मचारी यूनियन के निर्देशानुसार ई टेंडरिंग के विरोध में दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री अरबिन्दो कॉलेज की कर्मचारी यूनियन ने कॉलेज प्रांगण में ई टेंडरिंग के विरोध में धरना प्रदर्शन दिया। ध्यान रहे कि दिल्ली विश्वविद्यालय एवं कर्मचारी यूनियन दिल्ली विश्वविद्यालय में 13 फरवरी से लगातार धरने प्रदर्शन के माध्यम से ई टेंडरिंग का विरोध कर रहे है।
धरने पर कर्मचारियों ने जमकर नारेबाजी की, इन नारों में –ई टेंडरिंग वापस लो , ठेकेदारी प्रथा नहीं चलेगी, कर्मचारी एकता जिंदाबाद, लड़ेंगे और जीतेंगे जैसे नारे गूंजे। धरने का नेतृत्व कॉलेज कर्मचारी यूनियन के अध्यक्ष पवन गुप्ता व महासचिव नारायण प्रसाद शर्मा ने किया।
कर्मचारियों के धरने को संबोधित करते हुए यूनियन अध्यक्ष पवन गुप्ता ने कहा कि वर्षों से कॉलेजों में कार्यरत कॉन्ट्रैक्ट कर्मचारियों की स्थायी नियुक्ति के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन बाहर की एजेंसी ला रहा है, यह एजेंसी बिना कर्मचारी के अनुभव को भर्ती करना चाहती है जिसको लेकर विश्वविद्यालय कर्मचारियों में गहरा रोष है।
धरने को सम्बोधित करते हुए महासचिव नारायण प्रसाद शर्मा ने कहा कि ई टेंडरिंग दलित, पिछड़ा व कर्मचारी विरोधी है। इसके लागू होने पर उन कर्मचारियों को अवसर नहीं मिलेगा जो पिछले एक दशक या उससे अधिक समय से कॉलेजों में कॉन्ट्रैक्ट लेवल पर कार्य कर रहे है। उन्होंने यह भी बताया कि दिल्ली विश्वविद्यालय में हजारों ऐसे कर्मचारी है जो अपनी आयु सीमा पार कर चुके है लेकिन अब ई टेंडरिंग में उन्हें अवसर नहीं दिया जाएगा।
जो कर्मचारी लंबे समय तक अपना समय कॉलेज / संस्थान को दिया उसे ई टेंडरिंग के द्वारा बाहर का रास्ता दिखा दिया जायेगा । धरने को अनेक कर्मचारियों ने भी संबोधित किया इनमें धर्मेन्द्र सिंह फोगाट, धर्मसिंह पाल, शीशराम यादव आदि ने ई-टेंडरिंग का जमकर विरोध किया और डीयू प्रशासन से इसे वापस लेने की मांग की।