नई दिल्ली (नेशनल थॉट्स)- भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) ने राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर (पूसा), नई दिल्ली में अपना 95वां स्थापना दिवस मनाया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री एवं आईसीएआर सोसायटी के अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर उपस्थित हुए। इस मौके पर केंद्रीय पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन मंत्री परषोत्तम रूपाला और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण राज्य मंत्री कैलाश चौधरी भी उपस्थित थे।
भारत खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर राष्ट्र है – तोमर
श्री तोमर ने पिछले 94 वर्षों की आईसीएआर की ऐतिहासिक यात्रा और इसकी समग्र उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि भारत खाद्यान्न के मामले में आत्मनिर्भर राष्ट्र है।
आज भारत के कृषि उत्पादों को विश्व स्तर पर पसंद किया जा रहा है और मोटे अनाज को महत्व मिल रहा है। यह किसानों और वैज्ञानिकों के अथक प्रयासों के कारण हो रहा है। श्री तोमर ने कहा कि कृषि और बागवानी उत्पाद से होने वाली निर्यात आय 50 अरब अमेरिकी डॉलर को पार कर गई है।
उन्होंने बताया कि सरकार जैविक खेती और प्राकृतिक खेती पर जोर दे रही है और पर्यावरण अनुकूल कृषि को बढ़ावा देने के लिए 1500 करोड़ रुपये के बजट प्रावधान के साथ एक अलग मिशन शुरू किया गया है।
श्री रूपाला ने कई उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए आईसीएआर की सराहना की, जिन्होंने डेयरी और मत्स्य पालन क्षेत्र में क्रांति लाई है। उन्होंने 113 आईसीएआर अनुसंधान संस्थान द्वारा विकसित नवीन प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित करने वाली एक प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया।
18 जुलाई तक लोगों के लिए खोली गई है प्रदर्शनी
यह पहली बार है कि स्थापना दिवस को प्रौद्योगिकी दिवस के रूप में मनाया गया है इसलिए एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है जिसमें किसानों, छात्रों और कृषि-उद्योग के लाभ के लिए आईसीएआर प्रौद्योगिकियों को प्रदर्शित किया गया है। आईसीएआर द्वारा किए गए नवाचारों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए यह प्रदर्शनी 16-18 जुलाई, 2023 तक लोगों के लिए खोली गई है।