**गुजरात में असाधारण भारी बारिश: 3 की मौत, 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया**
गुजरात और सौराष्ट्र क्षेत्र के कुछ हिस्सों में असाधारण रूप से भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। सोमवार और मंगलवार की सुबह राज्य में मूसलाधार बारिश हुई, जिससे निचले इलाकों में पानी भर गया। बारिश से जुड़ी घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई, जबकि लगभग 20,000 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, 29 अगस्त की सुबह तक कई जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश और कुछ स्थानों पर अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। असाधारण भारी बारिश की चेतावनी एक गंभीर मौसम घटना को दर्शाती है, जो जान-माल के लिए गंभीर जोखिम पैदा कर सकती है।
मंगलवार से शुरू होने वाले अगले तीन दिनों के लिए गुजरात के 27 जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया गया है। इनमें कच्छ, मोरबी, सुरेंद्रनगर, जामनगर, राजकोट, द्वारका, पोरबंदर, गिर सोमनाथ, जूनागढ़, पंचमहल, दाहोद, तापी, नवसारी, वलसाड, अहमदाबाद, बोटाद, अमरेली, आनंद, खेड़ा, महिसागर, नर्मदा, वडोदरा, छोटा उदेपुर, सूरत और डांग शामिल हैं।
वहीं, बनासकांठा, पाटन, मेहसाणा, गांधीनगर, साबरकांठा और अरावली जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। IMD के अनुसार, 28 अगस्त तक गुजरात और उसके तट के पास 40-60 किमी/घंटा की रफ्तार से तेज हवाएँ चलने की संभावना है। 29 अगस्त को हवाओं की रफ्तार 55-75 किमी/घंटा तक पहुंच सकती है।
गुजरात में अत्यधिक भारी बारिश की वजह उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान पर बने दबाव क्षेत्र के कारण हुई है। पिछले 24 घंटों में वडोदरा, पंचमहल, जामनगर, जूनागढ़ और कच्छ में भारी बारिश हुई है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने स्थिति का जायजा लेने के लिए सभी प्रमुख शहरों के जिला कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों के साथ वर्चुअल बैठक की। उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी बात की और आवश्यक सहायता का आश्वासन प्राप्त किया। राज्य शिक्षा विभाग ने प्राथमिक स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी है।
गुजरात में राहत और बचाव कार्य तेजी से जारी हैं। अब तक एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की मदद से 1,653 लोगों को बचाया गया है और 17,800 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
हालांकि, बारिश के कहर ने कई इलाकों में नुकसान और क्षति भी पहुंचाई है। मोरबी जिले में ओवरफ्लो हो रहे पुल पर ट्रॉली ट्रैक्टर बह गया, जिससे सात लोग लापता हो गए हैं। साबरकांठा जिले में एक पुल की तेज धाराओं में दो लोगों के साथ एक कार बह गई, लेकिन स्थानीय लोगों ने उन्हें बचा लिया।
भारी बारिश के कारण नदियों में जलस्तर बढ़ गया है, जिससे सैकड़ों लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाए गए हैं। 1,500 से अधिक लोगों को नवसारी में सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
आगे की स्थिति पर नजर रखी जा रही है और राहत कार्य जारी है।