लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने आज जम्मू-कश्मीर में एक चुनावी रैली को संबोधित किया। रामबन में अपने संबोधन के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि भारत के इतिहास में पहली बार किसी राज्य का दर्जा छीना गया है और उसे केंद्र शासित प्रदेश में बदल दिया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि लोगों के अधिकार और संपत्ति छीन ली गई है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सबसे पहले जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस देना होगा, क्योंकि न केवल आपका राज्य छीना गया है, बल्कि आपके अधिकार भी हड़प लिए गए हैं।
राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि 1947 में राजाओं को हटाकर लोकतांत्रिक सरकार बनाई गई और देश को संविधान दिया गया। आज जम्मू-कश्मीर में एक नया ‘राजा’ है, जिसका नाम एलजी है। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस पूरे देश में नफरत और हिंसा फैला रहे हैं। उनका काम नफरत फैलाना है, जबकि हमारा काम मोहब्बत फैलाना है। राहुल गांधी ने कहा कि बीजेपी और आरएसएस का काम तोड़ने का है, जबकि हम जोड़ने का काम करते हैं। नफरत को मोहब्बत से ही हराया जा सकता है और अंत में मोहब्बत की ही जीत होती है। उन्होंने यह भी टिप्पणी की कि पहले नरेंद्र मोदी छाती फैलाकर आते थे, लेकिन अब झुककर आते हैं।
कांग्रेस नेता ने यह भी कहा कि यह लड़ाई दो विचारधाराओं के बीच है: एक तरफ नफरत, हिंसा और डर, दूसरी तरफ मोहब्बत और सम्मान। उन्होंने बताया कि कांग्रेस ने कन्याकुमारी से कश्मीर तक पैदल यात्रा की और नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलनी है।’ उनका पहला कदम जम्मू-कश्मीर को राज्य का दर्जा वापस दिलाना है। उन्होंने कहा कि बीजेपी चुनावों से पहले राज्य का दर्जा नहीं चाहती, लेकिन इंडिया गठबंधन उन पर दबाव बनाएगा और जम्मू-कश्मीर के लोगों को राज्य का दर्जा मिलेगा।