अनुभवी इंडियन नेशनल लोकदल (आईएनएलडी) नेता और हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला का 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया। चौटाला का निधन लंबी बीमारी के बाद हुआ। हरियाणा की राजनीति में एक प्रमुख चेहरा रहे चौटाला ने कई बार राज्य के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया और अपनी पार्टी के नेतृत्व में राज्य की राजनीतिक दिशा को आकार दिया।
चौटाला का योगदान और राजनीतिक प्रभाव
ओम प्रकाश चौटाला को उनके नेतृत्व और राज्य में समग्र विकास के लिए याद किया जाएगा। उनकी राजनीति ने हरियाणा के राजनीतिक परिदृश्य पर गहरी छाप छोड़ी। उनके निधन के बाद, विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने उनकी राजनीति और हरियाणा के विकास में उनके योगदान को याद करते हुए अपनी संवेदना व्यक्त की।
परिवार और राजनीतिक विरासत
चौटाला परिवार के कई सदस्य राजनीति में सक्रिय हैं, हालांकि, परिवार के सदस्य इनेलो और जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) के बीच विभाजित हैं। ओम प्रकाश चौटाला के बड़े बेटे अजय चौटाला, भिवानी के पूर्व सांसद और तीन बार के विधायक, जिन पर जेबीटी शिक्षक भर्ती मामले में भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे, को उनके साथ दोषी ठहराया गया था।
चौटाला का राजनीतिक सफर
इनेलो ने हरियाणा में पिछली बार 2005 में सत्ता संभाली थी, लेकिन इसके बाद कांग्रेस ने सत्ता में वापसी की और भूपिंदर सिंह हुड्डा मुख्यमंत्री बने। बाद में, 2014 के चुनावों में भाजपा के मनोहर लाल खट्टर ने मुख्यमंत्री पद की जिम्मेदारी संभाली। ओम प्रकाश चौटाला का निधन हरियाणा के राजनीतिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ है, जो एक युग के अंत को दर्शाता है।