अयोध्या में योगी सरकार इस वर्ष आठवें दीपोत्सव का भव्य आयोजन कर रही है। इस अवसर पर अयोध्या नगरी को दीपों से सजाने और श्रीराम जन्मभूमि पर बने नव्य और भव्य मंदिर में पहली दीपावली को अविस्मरणीय बनाने की तैयारी चल रही है।
सरयू तट पर इस वर्ष 25 से 28 लाख दीपक प्रज्वलित कर एक नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की योजना है। वहीं, श्रीराम मंदिर में विशेष प्रकार के दीपक जलाए जाएंगे, जो लंबे समय तक प्रकाशमान रहेंगे। यह विशेष दीपक मंदिर भवन को दाग-धब्बों और कालिख से सुरक्षित रखने में मदद करेंगे।
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर को आकर्षक फूलों से सजाने की योजना भी बनाई गई है। मंदिर परिसर को कई खंडों और उपखंडों में विभाजित कर सजावट का दायित्व सौंपा गया है। बिहार कैडर से स्वैच्छिक सेवानिवृत्त आईजी आशु शुक्ला को सजावट की जिम्मेदारी सौंपी गई है। इससे श्रद्धालु मनोहारी फूलों और दीपों से सजे मंदिर का दिव्य दर्शन कर सकेंगे।
इस दीपोत्सव में पर्यावरण संरक्षण का भी विशेष ध्यान रखा गया है। मंदिर भवन के ढांचे को धुएं की कालिख से बचाने के लिए परिसर में विशेष मोम के दीपक जलाए जाएंगे, जिससे कार्बन उत्सर्जन न्यूनतम होगा। मंदिर ट्रस्ट का प्रयास है कि इस दीपावली में अयोध्या न केवल धर्म और आस्था का केंद्र बने, बल्कि स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण का भी संदेश दे।
दीपोत्सव की भव्यता को श्रद्धालुओं के लिए अविस्मरणीय बनाने के लिए श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ने मंदिर को 29 अक्टूबर से 1 नवंबर तक रात 12 बजे तक बाहर से दर्शन के लिए खुला रखने का निर्णय लिया है। श्रद्धालु गेट संख्या चार बी (लगेज स्कैनर प्वाइंट) से आधी रात तक मंदिर की भव्य सजावट का आनंद ले सकेंगे। यह दीपोत्सव आस्था, पर्यावरण और सौंदर्य का संदेश देगा, जिससे अयोध्या की दीपावली विश्वभर में विशेष स्थान बनाएगी।