ई दिल्ली (नेशनल थॉट्स )- 9 और 10 सितंबर को G20 शिखर सम्मेलन होना है। सम्मेलन को लेकर दिल्ली को सजाया जा रहा है। इसी के मद्देनजर प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव डॉ. पी.के. मिश्र ने दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना के साथ आगामी जी-20 शिखर सम्मेलन की तैयारियों की समीक्षा के लिए बीती शाम दिल्ली में विभिन्न स्थलों का दौरा किया।
भारत की संस्कृति की दिखेगी झलक
भारत सरकार और खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं एक स्मरणीय शिखर सम्मेलन की आवभगत के लिए योजना के अनुरूप सभी चीजें व्यवस्थित रहें। G20 शिखर सम्मेलन के लिए आने वाले सभी राष्ट्राध्यक्षों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों को अपनी यात्रा के दौरान भारत की संस्कृति और विश्व स्तरीय अनुभव की झलक मिले। यह आयोजन ऐसा हो कि विश्व में भारत की साख और धाक जमे।भरत मंडपम में ‘शिव-नटराज’ की स्थापना
G20 शिखर सम्मेलन के लिए राजघाट के बाहरी क्षेत्रों के साथ-साथ दिल्ली के प्रमुख स्थानों और चौक-चौराहों का भी सौंदर्यीकरण किया गया है। भरत मंडपम में ‘शिव-नटराज’ की स्थापना की गई है। लगभग 20 टन वजनी, 27 फीट की नटराज आकृति को अष्ट-धातु से बने पारंपरिक कास्टिंग विधियों में तैयार किया गया है। प्रगति मैदान में शिखर सम्मेलन के लिए बनाए गए भरत मंडपम के सामने नटराज की सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा हैं।
भारत सरकार और खासतौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चाहते हैं एक स्मरणीय शिखर सम्मेलन की आवभगत के लिए योजना के अनुरूप सभी चीजें व्यवस्थित रहें। G20 शिखर सम्मेलन के लिए आने वाले सभी राष्ट्राध्यक्षों और अन्य अंतर्राष्ट्रीय गणमान्य व्यक्तियों को अपनी यात्रा के दौरान भारत की संस्कृति और विश्व स्तरीय अनुभव की झलक मिले। यह आयोजन ऐसा हो कि विश्व में भारत की साख और धाक जमे।भरत मंडपम में ‘शिव-नटराज’ की स्थापना
G20 शिखर सम्मेलन के लिए राजघाट के बाहरी क्षेत्रों के साथ-साथ दिल्ली के प्रमुख स्थानों और चौक-चौराहों का भी सौंदर्यीकरण किया गया है। भरत मंडपम में ‘शिव-नटराज’ की स्थापना की गई है। लगभग 20 टन वजनी, 27 फीट की नटराज आकृति को अष्ट-धातु से बने पारंपरिक कास्टिंग विधियों में तैयार किया गया है। प्रगति मैदान में शिखर सम्मेलन के लिए बनाए गए भरत मंडपम के सामने नटराज की सबसे ऊंची कांस्य प्रतिमा हैं।