नई दिल्ली (नेशनल थॉटस) : भारत G20 अध्यक्षता के दौरान विदेशी प्रतिनिधियों को अपनी विभिन्न सांस्कृतिक विरासत और खान-पान की परंपराओं से अवगत कराने के लिए जी 20 की बैठकों का आयोजन देश के कोने-कोने में कर रहा है।इस बैठक की मेजबानी केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा की जा रही है। इस दौरान भारत के G20 कल्चर ट्रैक में ‘कल्चर फॉर लाइफ’ पर जोर दिया जाएगा। आइए जानते हैं कि इस बैठक में संस्कृति के किन अहम मुद्दों पर चर्चा होगी….
बता दें कि देश में संस्कृति और रचनात्मक उद्योग वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का 3.1 प्रतिशत है। जबकि रोजगार में इसका 6.2 प्रतिशत योगदान है। इसलिए भारत की संस्कृति को संरक्षित करने के लिए नई तकनीकी का उपयोग करना बेहद अहम है। वहीं इन सभी मुद्दों को वैश्विक मंच पर रखने के लिए भारत की G20 अध्यक्षता के दौरान CWG की बैठकों में 4 क्षेत्रों पर चर्चा होगी।
भारत में संस्कृति कार्य समूह के 4 प्राथमिकता वाले क्षेत्र है
– सांस्कृतिक संपत्ति का संरक्षण और बहाली करना
– एक सतत भविष्य के लिए जीवित विरासत का दोहन
– सांस्कृतिक और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देना और
– संस्कृति के संरक्षण के लिए डिजिटल तकनीकों का उपयोग करना
खजुराहो के महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में प्रदर्शनी
खजुराहो में सांस्कृतिक कार्य समूह की पहली बैठक में महाराजा छत्रसाल कन्वेंशन सेंटर में एक प्रदर्शनी आयोजित की जाएगी। यह प्रदर्शनी “पुन (विज्ञापन) पोशाक: खजाने की वापसी” विषय पर लगाई जाएगी। प्रदर्शनी का शुभारंभ केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी द्वारा किया जाएगा। इस प्रदर्शनी में विदेशी प्रतिनिधियों को दिखाया जाएगा कि भारत आज भी कैसे इतनी पुरानी ऐतिहासिक संस्कृतियों को संजोए रखा है।
G20 प्रतिनिधि खजुराहो के विश्व धरोहर स्थलों को देखेंगे
दरअसल मध्य प्रदेश में प्राचीन शहर खजुराहो अपने राजसी मंदिरों और विस्तृत मूर्तियों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। साथ ही खजुराहो के कुछ मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल में शामिल है। इसीलिए संस्कृति कार्य समूह की पहली बैठक में G20 प्रतिनिधि यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल पश्चिमी समूह के मंदिरों का दौरा करेंगे। इसके अलावा प्रतिनिधि पन्ना टाइगर रिजर्व भी घूमने जाएंगे। वहीं इस दौरान खजुराहो नृत्य महोत्सव व कई सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा।