नई दिल्ली (नेशनल थॉटस) : मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले में स्थित ऐतिहासिक नगर खजुराहो में आज बुधवार, 22 फरवरी 2023 से G20 संस्कृति कार्य समिति की पहली बैठक का आयोजन किया जा रहा है। बैठक के पहले दिन से ही बहुत कुछ खास आयोजन किए जा रहे हैं, जिनमें एक प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है। इस प्रदर्शनी का मुख्य आकर्षण विदेशों से वापस लाई गईं 25 मूर्तियां हैं।
25 फरवरी 2023 तक होगी बैठक
आज खजुराहो में प्रदर्शनी का उद्घाटन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी, केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री डॉ. वीरेंद्र कुमार और केंद्रीय संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी द्वारा किया जाएगा। चार दिवसीय बैठक का समापन इस महीने की 25 तारीख को होगा।
125 से अधिक प्रतिनिधि ले रहे भाग
इस बैठक में G 20 देशों के लगभग 125 सदस्य शामिल होने जा रहे हैं। इस कार्य समिति की चार बैठकें होंगी। पहली खजुराहो, दूसरी भुवनेश्वर, तीसरी हम्पी और चौथी बैठक वाराणसी में होगी। गौरतलब हो, भारत संस्कृति में इतना समृद्ध और विविधता भरा है कि ये सांस्कृतिक जुड़ाव अपना एक अलग ही महत्व हासिल कर लेता है। इसलिए भारत द्वारा G20 की व्यापक थीम “वसुधैव कुटुम्बकम” यानि एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ रखी गई है।
खजुराहो कला-संस्कृति और आध्यात्म का बड़ा केंद्र बन कर उभरा
अपने सुशोभनीय मंदिरों के लिए प्रसिद्ध, खजुराहो, चंदेल शासकों द्वारा 900 ईस्वी से 1130 ईस्वी के बीच बनाया गया था। खजुराहो और इसके मंदिरों का पहला उल्लेख अबू रेहान अल बिरूनी (1022 ईस्वी) और इब्नबतूता (1335 ईस्वी) के वृत्तांतों में मिलता है। ऐसा कहा जाता है कि ये मंदिर 20 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैले हुए थे और 12वीं शताब्दी में यहाँ लगभग 85 मंदिर थे। समय के साथ खजुराहो में मंदिरों की संख्या घटकर आज केवल 20 ही रह गई है। वहीं खजुराहो में खजुराहो नृत्य समारोह ने भी देश-दुनिया में एक अलग पहचान बनाई है। इसलिए आज खजुराहो कला-संस्कृति और आध्यात्म का बड़ा केंद्र बन कर उभरा है।
56 स्थानों में से खजुराहो को ही क्यों चुना गया ?
इन्हीं तमाम कारणों को ध्यान में रखते हुए भारत सरकार ने G20 वर्किंग ग्रुप ऑफ कल्चर की बैठक के लिए खजुराहो को चुना। आपको जानकर हैरानी होगी कि 56 स्थानों में से खजुराहो को ही चुना गया है ताकि G20 देशों के प्रतिनिधियों को यहां स्थित मंदिर के कलाकृतियों के माध्यम से भारतीय सांस्कृतिक से रूबरू कराया जा सके।
PM मोदी भी कह चुके यह हमारे लिए गर्व की बात
PM मोदी ने भी इस संबंध में कहा है कि 56 स्थानों में से खजुराहो को ही चुना गया है। यह हमारे लिए गर्व की बात है। इससे खजुराहो एक बार फिर विश्व पटल पर चमकेगा।