सरकार की ओर से जारी चेतावनी के मुताबिक, Google Chrome ब्राउजर में कुछ गंभीर खामियां पाई गई हैं। ये खामियां ब्राउजर के महत्वपूर्ण कंपोनेंट्स में मौजूद हैं, जिससे यूजर्स को बड़ा नुकसान हो सकता है।
रिमोट अटैक का खतरा
विशेषज्ञों का कहना है कि इन कमजोरियों के चलते हैकर्स दूर बैठकर भी यूजर्स को निशाना बना सकते हैं। खास बात यह है कि उन्हें डिवाइस तक फिजिकल एक्सेस की जरूरत भी नहीं होगी।
कैसे हो सकता है हमला?
आसान भाषा में समझें तो अगर यूजर किसी खास तरह से डिजाइन किए गए वेबपेज पर जाता है, तो उसका डिवाइस खतरे में आ सकता है। इसके बाद हैकर्स
पर्सनल डाटा चुरा सकते हैं,
आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल कर सकते हैं,
बैंकिंग और अन्य अकाउंट्स खाली कर सकते हैं।
क्या करें सुरक्षित रहने के लिए?
Chrome ब्राउजर आमतौर पर खुद ही अपडेट हो जाता है, लेकिन अगर आपने इसे लंबे समय से अपडेट नहीं किया है, तो तुरंत नया वर्जन डाउनलोड करें।
Linux यूजर्स: अगर आपके पास 133.0.6943.53 से पुराना वर्जन है, तो आप जोखिम में हैं।
Windows और Mac यूजर्स: अगर आपका क्रोम वर्जन 133.0.6943.53/54 से पुराना है, तो तुरंत अपडेट करें।
अपडेट में देरी करना आपको साइबर हमले का शिकार बना सकता है, इसलिए इसे नजरअंदाज न करें।