हर साल दिवाली के अगले दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है। हिंदू धर्म में इसका विशेष महत्व है और इसे अन्नकूट का त्योहार भी कहा जाता है। विशेषकर उत्तर भारत में मथुरा, वृंदावन, नंदगांव, गोकुल, बरसाना में यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि स्वयं भगवान श्रीकृष्ण ने गोवर्धन पूजा की शुरुआत की थी और इंद्र देव के अहंकार को समाप्त किया था।
गोवर्धन पूजा इस वर्ष 02 नवंबर 2024, शनिवार को मनाई जाएगी। इस दिन भगवान कृष्ण, गोवर्धन पर्वत और गायों की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन भगवान कृष्ण को 56 या 108 प्रकार के पकवानों का भोग लगाना अत्यंत शुभ होता है, जिसे अन्नकूट कहा जाता है।
प्रातःकाल मुहूर्त : सुबह 06:33 से 08:46 तक
अवधि : 02 घंटे 12 मिनट
प्रतिपदा तिथि प्रारम्भ: 01 नवंबर 2024, शाम 06:16 बजे
प्रतिपदा तिथि समाप्त : 02 नवंबर 2024, रात 08:21 बजे
गोवर्धन पूजा के लिए आंगन में गोबर से गोवर्धन का चित्र बनाकर पूजा की जाती है। पूजा सामग्री में रोली, चावल, खीर, बताशे, जल, दूध, पान, केसर, फूल और दीपक शामिल होते हैं। मान्यता है कि विधिपूर्वक गोवर्धन पूजा करने से भगवान श्रीकृष्ण की कृपा प्राप्त होती है।