हरियाणा विधानसभा चुनाव की शुरुआती वोटों की गिनती के रुझानों के अनुसार, जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) नेता दुष्यंत चौटाला अपने गढ़ उचाना कलां से छठे स्थान पर हैं। चौटाला, जो हरियाणा के पूर्व उपमुख्यमंत्री रह चुके हैं, इस सीट पर तीन निर्दलीय उम्मीदवारों से भी पीछे हैं। माना जा रहा है कि बीजेपी के साथ गठबंधन का फैसला उन्हें भारी पड़ा है।
भारतीय चुनाव आयोग के अनुसार, कांग्रेस के उम्मीदवार बृजेंद्र सिंह उचाना कलां से सबसे आगे हैं, और वे भाजपा उम्मीदवार देवेंद्र चतर भुज अत्री से 4110 वोटों से आगे चल रहे हैं। यह भी सामने आया है कि जेजेपी के सभी उम्मीदवार विभिन्न सीटों पर पीछे चल रहे हैं, जो पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है। 2019 के चुनावों में जेजेपी किंगमेकर के रूप में उभरी थी, लेकिन इस बार स्थिति विपरीत है।
2019 के हरियाणा विधानसभा चुनावों में जेजेपी ने 90 में से 10 सीटें जीती थीं और सरकार बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उस समय बीजेपी को 40 और कांग्रेस को 31 सीटें मिली थीं। इस बार शुरुआती रुझान जेजेपी के लिए चिंताजनक साबित हो रहे हैं।
वरिष्ठ कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने दावा किया है कि कांग्रेस इस बार हरियाणा में अपने दम पर सरकार बनाएगी। रुझानों में कांग्रेस बढ़त बनाते हुए दिख रही है, जबकि बीजेपी आधी से अधिक सीटों पर जीत की ओर अग्रसर है। हुड्डा ने रोहतक में पत्रकारों से कहा, “कांग्रेस को बहुमत मिलेगा, और हम अपने दम पर सरकार बनाएंगे।”