हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे आने लगे हैं, जहां ताजा रुझानों के मुताबिक बीजेपी 50 सीटों पर आगे चल रही है, जबकि कांग्रेस 34 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है। इस बीच, कांग्रेस ने चुनाव आयोग पर डेटा अपडेट न करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस ने सवाल उठाया है कि क्या बीजेपी प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है?
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा कि हरियाणा में भी लोकसभा चुनाव की तरह रुझानों को जानबूझकर धीमे-धीमे साझा किया जा रहा है। उन्होंने पूछा, “क्या बीजेपी प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश कर रही है?” रमेश का कहना है कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर रुझान अपडेट करने में देरी हो रही है, जिससे कांग्रेस को संदेह है कि इसमें धांधली की जा रही है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने भी चुनाव आयोग पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग के आंकड़ों और टेलीविजन पर दिखाए जा रहे रुझानों में अंतर है। ईसी डेटा पीछे चल रहा है, जबकि कई राउंड की गिनती हो चुकी है।” खेड़ा ने दावा किया कि 11 राउंड की गिनती के बावजूद चुनाव आयोग अभी भी पुराना डेटा दिखा रहा है, जिससे संदेह पैदा हो रहा है।
कांग्रेस के महासचिव ने चुनाव आयोग को इस देरी पर ट्वीट करते हुए कहा कि डेटा के प्रदर्शन और अपलोडिंग में देरी से स्थानीय प्रशासन पर दबाव बनाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस नेताओं का आरोप है कि जम्मू-कश्मीर में हर राउंड की गिनती के साथ लाइव डेटा मिल रहा है, लेकिन हरियाणा में ऐसा नहीं हो रहा है।
कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रेणुका चौधरी ने कहा, “हमें पहले से अंदेशा था कि ऐसा कुछ हो सकता है, और हम इसके लिए तैयार थे। राहुल गांधी की बात को जनता ने स्वीकारा है, हम जीत रहे हैं।” कांग्रेस की नेता सुप्रिया श्रीनेत ने भी उम्मीद जताई कि हरियाणा से कांग्रेस के लिए अच्छी खबर आएगी। उन्होंने कहा, “चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डेटा नहीं बदल रहा है, लेकिन हमारा वोट शेयर बीजेपी से आगे है, और यह सीटों में तब्दील होगा।”