हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ‘खर्ची-पर्ची’ प्रणाली की आलोचना की। उन्होंने सोमवार को राज्य के मतदाताओं को आश्वासन दिया कि उनकी सरकार नौकरियां पूरी तरह से योग्यता के आधार पर प्रदान करेगी।
सैनी ने अपने एक्स पर किए गए एक लंबे पोस्ट में लिखा, “पिछले कुछ दिनों से ‘पर्ची-खर्ची’ के नाम से आपके भविष्य का सौदा कांग्रेस उम्मीदवार और हुड्डा समर्थक कर रहे हैं। मुझे उनकी मानसिकता देखकर दु:ख और गुस्सा दोनों आता है। आज कांग्रेस घूस, घोटाला और नौकरी की नीलामी को अपना एजेंडा बना चुकी है।”
सैनी ने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी अपनी पार्टी में मेरिट और योग्यता को बढ़ावा नहीं दिया, तो वे प्रशासन में कैसे इसे लागू करेंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि कांग्रेसी दुकान में केवल नौकरी नहीं, बल्कि आपकी मेहनत, मां-बाप के सपने और स्वाभिमान भी नीलाम हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस जो बोली लगा रही है, वह केवल नौकरी की नहीं, बल्कि आपके भविष्य की भी है। “कोई गारंटी नहीं है कि जो आज 50 वोटों में नौकरी बेच रहा है, वह कल 60 वोटों या 70 लाख में नहीं करेगा,” उन्होंने कहा।
सैनी ने आश्वासन दिया कि “नौकरी योग्यता से मिलेगी। अगर पर्ची-खर्ची से मिली तो रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जाएगा।” उन्होंने यह भी कहा कि उनकी सरकार का पहला और अंतिम आधार मेरिट और योग्यता पर नौकरी देना होगा, और वे इसे जारी रखेंगे।
यह बयान न केवल हरियाणा की राजनीतिक स्थिति को प्रभावित करेगा, बल्कि नौकरी के लिए उम्मीदवारों के बीच भी जागरूकता बढ़ाएगा।