मुख्य बिंदु:
- लू लगना (हीट स्ट्रोक) शरीर के तापमान अत्यधिक बढ़ जाने से होने वाली गंभीर स्थिति है।
- यदि शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस या उससे अधिक हो जाता है, तो यह जानलेवा हो सकता है।
- लू लगने के लक्षणों में तेज सिरदर्द, चक्कर आना, प्यास लगना, त्वचा का लाल होना, अत्यधिक पसीना आना और सांस लेने में तकलीफ शामिल हैं।
- बुजुर्ग, बच्चे, गर्भवती महिलाएं, हृदय रोग और मधुमेह से पीड़ित लोग लू लगने के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।
- लू लगने से बचाव के लिए, बाहर निकलते समय ढीले-ढाले और हल्के रंग के कपड़े पहनें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थों का सेवन करें।
- धूप से बचें और छायादार जगहों पर रहें।
- नियमित रूप से ठंडे पानी से नहाएं।
- यदि आप किसी लू से पीड़ित व्यक्ति को देखते हैं, तो उन्हें तुरंत ठंडी जगह पर ले जाएं, उन्हें पानी पिलाएं और उनके शरीर को ठंडा करें।
- यदि स्थिति गंभीर है, तो तुरंत चिकित्सा सहायता लें।
मौसम विभाग ने बुधवार तक राजधानी दिल्ली-एनसीआर में लू को लेकर ‘रेड अलर्ट’ जारी किया है। नेशनल सेंटर ऑफ डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के मुताबिक एक मार्च से अब तक देश में हीटस्ट्रोक के 16 हजार से अधिक मामले रिपोर्ट किए गए। डॉक्टर बताते हैं, अस्पतालों के आपातकालीन विभाग में पिछले कुछ दिनों से मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि क्या हीट स्ट्रोक के कारण मौत भी हो सकती है?