चेन्नई और इसके आस-पास के इलाकों में सोमवार रात से लगातार बारिश हो रही है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि बंगाल की खाड़ी में बना कम दबाव वाला क्षेत्र जल्द ही और मजबूत हो सकता है, जिससे भारी बारिश की संभावना बनी हुई है।
निवारक उपायों के बावजूद, कुछ इलाकों में जलभराव की समस्या देखी गई, जिससे सड़क उपयोगकर्ताओं को कठिनाई का सामना करना पड़ा। हालांकि, नागरिक अधिकारियों ने बताया कि सबवे में पानी का ठहराव नहीं हुआ, जो राहत की बात है।
IMD ने ‘एक्स’ (X) पर पोस्ट कर जानकारी दी कि बंगाल की खाड़ी में 15 अक्टूबर 2024 को 0530 बजे IST पर निम्न दबाव का क्षेत्र बना है। यह अगले 2 दिनों में एक अवसाद में बदल सकता है और उत्तर तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों की ओर बढ़ सकता है।
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने संभावित भारी बारिश को देखते हुए आपदा प्रबंधन की तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और तमिलनाडु आपदा प्रतिक्रिया बल को पहले से ही प्रभावित इलाकों में तैनात किया जाए, ताकि समय पर मदद पहुंचाई जा सके।
ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन ने आपातकालीन स्थिति के लिए 990 पानी के पंप, 57 ट्रैक्टर पंप सेट और 36 मशीनी नावें तैयार की हैं। इसके साथ ही स्वच्छता के लिए 46 मीट्रिक टन ब्लीचिंग पाउडर और फिनाइल उपलब्ध कराए गए हैं। जलभराव और राहत के लिए 169 पूरी तरह सुसज्जित राहत केंद्र भी तैयार रखे गए हैं, जिन्हें स्थिति के अनुसार सक्रिय किया जाएगा।
भारी बारिश और ऑरेंज अलर्ट के चलते चेन्नई में स्कूल और कॉलेजों को बंद कर दिया गया है, ताकि लोगों को सुरक्षित रखा जा सके।