भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने चेतावनी दी है कि गुजरात में अगले 2-3 दिनों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है। पिछले दो दिनों की भारी बारिश से गुजरात के कई क्षेत्रों में बाढ़ की स्थिति बन गई है, जिससे सैकड़ों लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पड़ा है। विशेष रूप से नवसारी जिले में गंभीर बाढ़ के कारण आईएमडी ने 26 अगस्त के लिए “रेड अलर्ट” जारी किया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों को निचले इलाकों से लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के निर्देश दिए हैं। सबसे ज्यादा प्रभावित जिलों में दक्षिण गुजरात के वलसाड, तापी, नवसारी, सूरत, नर्मदा और पंचमहल शामिल हैं।
– मोरबी जिले में एनडीआरएफ द्वारा एक खोज अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें सात लोग बाढ़ग्रस्त पुल को पार करते समय अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के साथ बह गए थे।
– राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र (एसईओसी) के अनुसार, नवसारी जिले के खेरगाम तालुका में पिछले 24 घंटों में सबसे अधिक 356 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
– अन्य जिलों जैसे नर्मदा, सौराष्ट्र, राजकोट, तापी, महिसागर, मोरबी, दाहोद, और वडोदरा में भी 100 मिमी से अधिक वर्षा हुई है।
– दक्षिण गुजरात के जिलों में अब तक औसत वार्षिक वर्षा का 105 प्रतिशत से अधिक हो चुकी है, जो राज्य में सबसे अधिक है।
– सरदार सरोवर नर्मदा बांध का जलस्तर बढ़कर 135.30 मीटर हो गया है, जिससे 72 जलाशयों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
स्थानीय प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं कि बाढ़ के कारण बंद सड़कों को तुरंत बहाल किया जाए और बिजली आपूर्ति में लंबी अवधि की बाधा न हो।