प्रदेश भाजपा में आंतरिक विवादों को सुलझाने के लिए पार्टी का शीर्ष नेतृत्व सक्रिय हो गया है। सूत्रों के अनुसार, 27 जुलाई को दिल्ली में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक के बाद उत्तर प्रदेश के मुद्दे पर एक विशेष बैठक का आयोजन किया जाएगा। इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और अन्य वरिष्ठ नेता शामिल होंगे। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, दोनों उप मुख्यमंत्री, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष और प्रदेश महामंत्री संगठन भी इस बैठक में मौजूद रहेंगे।
नीति आयोग की बैठक के बाद, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की संभावना है। इसके अतिरिक्त, मुख्यमंत्री भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिल सकते हैं। इस बैठक में यूपी के भाजपा नेताओं के बीच बयानबाजी से उत्पन्न तनाव, लोकसभा चुनाव में हार की समीक्षा और भविष्य की रणनीति पर चर्चा की जाएगी। विधान परिषद की बैठक के बाद उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या के बयान ने कई विधायकों और नेताओं को सरकार पर हमले के लिए प्रेरित किया है। इसी बीच, केशव ने दिल्ली में जेपी नड्डा से मुलाकात की है। भूपेंद्र चौधरी ने भी प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह और जेपी नड्डा से मुलाकात की और प्रदेश की राजनीतिक स्थिति और लोकसभा चुनाव के परिणामों पर चर्चा की। इसके अलावा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) बीएल संतोष ने लखनऊ जाकर लोकसभा चुनाव के परिणामों पर चर्चा की और अपना फीडबैक शीर्ष नेतृत्व को सौंपा है।
सूत्रों के अनुसार, 25-26 जुलाई को दिल्ली में भाजपा ने प्रदेश संगठन मंत्रियों की बैठक बुलाई है, जिसमें यूपी के मुद्दे पर विशेष चर्चा की जाएगी। इस बैठक में पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय संगठन मंत्री बीएल संतोष भी शामिल होंगे। बैठक के बाद संगठन में संभावित बदलावों की संभावना जताई जा रही है।