भारत के पड़ोसी देश बांग्लादेश में हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं। वहां की प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार का तख्तापलट हो चुका है, जिसके बाद देशभर में हिंसा और अराजकता का माहौल है। इस हिंसा में कई लोगों की जान चली गई है और हिंदुओं के मंदिरों पर हमले किए गए हैं। सोशल मीडिया पर इन हमलों के वीडियो तेजी से वायरल हो रहे हैं। भारत सरकार ने भी इस स्थिति पर चिंता जताई है।
इन घटनाओं के बीच उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बांग्लादेश के संकट पर बड़ा बयान दिया है। हालांकि उन्होंने सीधे तौर पर बांग्लादेश का नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा स्पष्ट रूप से वहां की स्थिति की ओर था।
योगी आदित्यनाथ ने कहा, “हिंदुओं को निशाना बनाया जा रहा है और उन्हें खोजकर मारा जा रहा है। हमें इतिहास से सीख लेना होगा और एकजुट होकर संकल्प के साथ काम करना होगा। आज अयोध्या वासी को पूरे देश में सम्मान मिल रहा है, और यह सम्मान सुरक्षित रखना हमारी जिम्मेदारी है। सनातन धर्म पर आने वाले संकट को देखते हुए हमें एकजुट होकर काम करना होगा।”
मंगलवार को अयोध्या के दो दिवसीय दौरे के दौरान योगी आदित्यनाथ ने आयुक्त सभागार में विकास कार्यों और कानून व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने सभी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों को समन्वय बनाकर काम करने और समस्याओं का समाधान संवाद के माध्यम से करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री ने अयोध्या के नगरीय और शहरी क्षेत्रों में 24 घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने और ट्रांसफॉर्मर के जलने या खराब होने की शिकायतों को शीघ्रता से ठीक करने का निर्देश दिया। उन्होंने यह भी कहा कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए ई-कार्ट और ई-बस जैसी सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाए ताकि उन्हें कम से कम पैदल चलना पड़े। इसके अलावा, कुंडों के जीर्णोद्धार में पुरानी पद्धति का इस्तेमाल करने और जल को शुद्ध रखने के लिए जल शोधन का कार्य उचित ढंग से करने की बात की।
निष्कर्ष: बांग्लादेश में हो रही हिंसा और उसके प्रभाव पर सीएम योगी का बयान इस संकट के प्रति भारत की चिंता को दर्शाता है। अयोध्या में विकास और जनसुविधाओं के मामलों में उनकी पहल भी राज्य की समग्र प्रगति को सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।