अमृत धारा
सर्व रोगों का एक इलाज ,अमृत धारा के प्रयोग
:1 : ज्वर :- तुलसी, अदरक, और नागर बेल के पान, ( ये तीनो चीज ) या इनमें से किसी एक चीज का स्वरस पाव तोला ( तोले का चौथाई भाग ) लेकर उसमें तीन बूंद अमृत धारा की डालकर पिलाएं ! यह एक खुराक है ! ऐसे ही सुबह दोपहर साम व रात को लें ! तीन चार दिन के प्रयोग से सर्व प्रकार के ज्वर दूर होते हैं ! तथा एक चम्मच गरम पानी के साथ तीन चार बूंद अमृत धारा की डालकर प्रात: व सायं पिलाने से मोतीझरा ज्वर आदि सर्व ज्वर शान्त होते हैं !!
:2 : सिर दर्द :- दो दो बूंद अमृत धारा की कपाल पर व कनपटियों पर मलने से सब तरह के शिर दर्द नष्ट हो जाते हैं !!
: 3 : नेत्र रोग :- एक या दो बूंद अमृत धारा की कपाल पर व कनपटियों पर मलने से सब तरह के शिर दर्द व नेत्रों का दुखना नष्ट हो जाता हैं !!
: 4 : कर्ण रोग :- १० बूंद तिल्ली का तेल व एक तोला प्याज का रस में २ बूंद अमृत धारा की मिलाकर कान में डालने से कर्ण रोग शान्त हो जाते हैं !!
: 5 : नाक के रोग :- एक हिस्सा अमृत धारा और तीन हिस्सा तिल्ली या अरण्डी का तेल या १० बूंद गुलरोगन मिला कर उसमें रूई का फाहा भिगोकर नाक में लगाने से तथा शीशी खोलकर सुंघाने से पीनस रोग नष्ट होते हैं !!
: 6: मुख के छाले :- चार आना भर कवाब चीनी पीसकर उसमें दो बूंद अमृत धारा की मिला मुख में मलने से छाले नष्ट हो जाते हैं !!
: 7 : दांत व दाढ़ :- दांत व दाढ़ पर अमृत धारा मलने से और कौचर में फाहा रखने या मलने से पीड़ा मिटती है ! तथा गले के भीतर बाहर की सूजन आदि सर्व मुख रोगों पर फायदा करती है !!
: 8 : कास श्वांस :- ४/५ बूंद अमृत धारा ठन्डे पानी में मिलाकर प्रात: व सायं लेते रहने से श्वांस, कांस, दमा, सब रोग नाश होते हैं ! तथा मीठे तेल में अमृत धारा मिलाकर छाती पर मालिस करने से श्वांस तथा खांसी व छाती आदि का दर्द शान्त होता है !!
: 9 : पसली :- सौंफ या अजवाइन के अर्क या क्वाथ में ४/५ बूंद अमृत धारा की डालकर पीने से पसली का दर्द व न्यूमोनिया का रोग मिटता है ! अथवा केवल अमृत धारा को सौंठ के चूर्ण में मिला कर देने से भी आराम होता है ! और पसली पर अमृत धारा मलने से भी रोग शान्त होता है !!
: 10 : छाती के रोग :- हृदय पर अमृत धारा को तेल में मिलाकर मलना चाहिए ! और ऑवले के मुरव्बे में तीन चार बूंद अमृत धारा डालकर खिलाने से सर्व हृदय रोग मिटतें हैं !!
: 11 : पेट दर्द :- खाण्ड या वतासे मे ३/४ बूंद अमृत धारा डालकर खिलाने से पेट दर्द शान्त होता है ! यदि न मिटे तो आधा आधा घण्टे के अन्तर से सेवन कराया जाय तो अवस्य मिटता है !!
निरोग हेल्थ केयर
“आरोग्य सेवक और मित्र ”
मुकेश बाबू गुप्ता
-:संपर्क करे:-9560355455
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