समस्याओं का समाधान नहीं, तो होगा जन आंदोलन : रवीन्द्र गुप्ता
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रोजगारी के संकट से जूझ रहे हैं रेलवे प्लेटफार्म पर काम करने वाले लाखों वेंडर्स परेशान
नेशनल थॉट्स, लखनऊ : अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा शनिवार को एक बैठक का आयोजन किया गया था | बैठक की अध्यक्षता राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने की, बैठक का आयोजन राष्ट्रीय सचिव श्री गोपाल कृष्ण जायसवाल द्वारा किया गया। मंच का संचालन श्री सुभाष सोनकर द्वारा किया गया।
मजदूर किसान पंचायत के उपाध्यक्ष ने रेलवे की नीतियों को बताया गलत
बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में मजदूर किसान पंचायत के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष श्री ओंकार सिंह ने रेलवे खानपान लाइसेंसीज के लिए बनाई गई गलत नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें व्यापक सुधार की आवश्यकता है | इसमें तुरन्त सुधार किया जाना चाहिए। रेलवे की गलत नीतियों के विरुद्ध एसोसिएशन द्वारा चलाये जा रहे आन्दोलन का मजदूर किसान पंचायत पूरा समर्थन करती है।
रेलवे के जरिए जीवन यापन कर रहे लाखों परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट – रवींद्र गुप्ता
मीटिंग में उपस्थित सदस्यों को सम्बोधित करते हुए एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां एक तरफ ”सबका साथ सबका विकास“ का नारा देकर देश की गरीबी दूर करने के प्रयास में जुटे हैं, वहीं दूसरी तरफ रेलवे के कुछ अधिकारियों के तुगलकी फरमानों के कारण रेलवे के सहारे जीवन-यापन कर रहे देश के लाखों गरीब परिवारों पर रोजी-रोटी का संकट आ गया है।
रेलवे की नीतियों के कारण बदहाली का जीवन जीने को मजबूर वेंडर्स
रेलवे खान-पान वेंडरों की समस्याओं को लेकर लंबे समय से लड़ाई लड़ रहे अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष रवीन्द्र गुप्ता ने कहा कि यह मुद्दा हाल ही में समाप्त हुए संसद के बजट सत्र में भी उठाया गया था, इसके बावजूद कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने बताया देश भर के रेलवे प्लेटफार्मों पर खाने-पीने का सामान बेचकर अपने परिवार का पालन-पोषण करने वाले लाखों वेंडर आज भुखमरी के कगार पर आ चुके हैं। पहले कोरोना के कारण रोजगार चौपट हुआ और अब रेलवे की नीतियों के कारण वे बदहाली का जीवन जीने को मजबूर हो रहे हैं।
36% GST देने पर मजबूर रेलवे वेंडर्स
रवींद्र गुप्ता ने बताया कि वेंडरों के पुराने लाइसेंसों के नवीनीकरण में बाधा पैदा की जा रही है। भ्रष्ट अधिकारियों की मिलीभगत से नये नियम-कानूनों और फरमानों की आड़ में वेंडरों के रोजगार को छीनकर बड़ी फर्मों और कंपनियों को सौंपा जा रहा है। अगर किसी वेंडर के पास चार यूनिट है, तो उससे कहा जा रहा है कि तीन यूनिट छोड़ने पड़ेंगे | रेलवे वेंडर जो सामान खरीदता हैं, उस पर 18 % GST भरते हैं, रेलवे के आदेशानुसार वेंडर रेल यात्री से जीएसटी नहीं ले सकते हैं। इसके बावजूद रेलवे लाइसेंस फीस पर भी 18 % GST लेता है। इस प्रकार वेंडर 36 % GST भरने को मजबूर हैं, जो कि पूरी तरह गलत और अमानवीय है।
आइए जानते है क्या है रेलवे की नीतियों में कमियाँ :-
उन्होंने बताया कि वेंडरों को बेरोजगार करने के लिये रेलवे के भ्रष्ट अधिकारी हर तरफ से फंदा कस रहे हैं।
हर साल लाइसेंस नवीनीकरण शुल्क में 10 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी कर दी जाती है, इसे बंद किया जाना चाहिये।
लाइसेंस फीस पहले 12 % थी, अब इसमें 10 बिंदुओं पर आधारित फार्मूला जोड़कर लाइसेंस फीस बढ़ा दी गई है, इसे समाप्त किया जाना चाहये।
सरकार से हमारी मांग
सरकार से हम लगातार मांग कर रहे है कि वेंडरों को कम से कम 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता प्रति वेंडर दी जाये, लेकिन अभी सरकार द्वारा कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया गया है।
रवींद्र गुप्ता ने कहा कि लाइसेंस वेंडरों द्वारा उत्तराधिकारी नामित करने की पुरानी व्यवस्था बहाल की जानी चाहिए, क्योंकि नयी व्यवस्था के तहत उत्तराधिकारी को लाइसेंस देने में चार-पांच महीने/इससे भी अधिक का समय लगाया जा रहा है।
प्लेटफार्म पर यात्रियों को गर्मागर्म खान-पान मिले इसके लिए आवश्यक है कि रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार प्लेटफार्म पर कमर्शियल गैस सिलिंडरों के माध्यम से बुकिंग की अनुमति तुरन्त दी जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा पैक्ड एवं रेडीमेड खाद्य पदार्थों की दरें बढ़ाई जानी चाहिए, बाजार दर पर बिजली का बिल उपलब्ध कराई जाये, पीओएस तथा स्वाइप मशीन की अनिवार्यता को समाप्त किया जाना चाहिए और वेंडरों के स्टॉल्स का रिनोवेशन अनुमति दी जानी चाहिए।
सरकार को दी चेतावनी
रवींद्र गुप्ता ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि लाइसेंसीज की समस्याओं का जल्द से जल्द समाधान नहीं किया गया तो अखिल भारतीय रेलवे खानपान लाइसेंसीज वेलफेयर एसोसिएशन जनहित/लाइसेंसीज के हित में व्यापक जन आंदोलन की शुरुआत करेगी।
बैठक में उपस्थित लोगों ने अपने विचार प्रकट किए
आज की बैठक को मुख्य रूप से एसोसिएशन के पदाधिकारियों एवं विभिन्न स्टेशनों से आये सदस्यगणों सर्व श्री गोपाल कृष्णा जायसवाल, शिवनाथ राय, सुरेन्द्र राम, प्रवीन कुमार, दीपक कुमार, दुर्गेश गुप्ता, रियाज मोहम्मद,अनिल कुमार सिंह, शम्भू उरावँ, शिवबालक यादव, रमाशंकर गुप्ता, योगेंद्र रजक, देवी प्रसाद, रवीन्द्र शुक्ला, कामता प्रसाद, गोपी चन्द्र गुप्ता, नितेश सिंह राजपूत, अभिषेक गुप्ता इत्यादि ने अपने-अपने बहुमूल्य विचार प्रकट किये।