नई दिल्ली: रजनीकान्त तिवारी – विपक्षी दलों द्वारा बनाया गया इंडिया गठबंधन, जो मोदी सरकार को हराने का दावा कर रहा था, हवा हवाई हो गया है। नीतीश कुमार, जयंत चौधरी, तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी जैसे प्रमुख नेताओं के गठबंधन से किनारा करने के बाद यह गठबंधन बिखर गया है।
गठबंधन का गठन और लक्ष्य:
- 2024 के लोकसभा चुनावों में मोदी सरकार को हराने के लिए विपक्षी दलों ने इंडिया नामक गठबंधन बनाया था।
- गठबंधन ने 400 सीटों पर भाजपा के खिलाफ एक उम्मीदवार उतारने का ऐलान किया था।
- विपक्षी दलों ने दावा किया था कि वे सीट बंटवारे में बड़ा दिल दिखाएंगे।
गठबंधन का विघटन:
- बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पलटी मार कर वापस एनडीए का दामन थाम लिया।
- राष्ट्रीय लोक दल ने भी एनडीए का साथ दिया।
- तृणमूल कांग्रेस और आम आदमी पार्टी ने भी इस गठबंधन से किनारा कर लिया।
- जम्मू-कश्मीर की प्रमुख पार्टी नेशनल कांफ्रेंस ने भी अकेले चुनाव लड़ने का ऐलान किया।
गठबंधन के विघटन के कारण:
- आपसी विश्वास की कमी।
- प्रधानमंत्री पद के दावेदारों की संख्या में वृद्धि।
- सीट बंटवारे को लेकर मतभेद।
- कांग्रेस पार्टी की कमजोर स्थिति।
गठबंधन के विघटन का प्रभाव:
- मोदी सरकार के लिए 2024 का चुनाव जीतना आसान हो गया है।
- विपक्षी दलों की एकजुटता पर सवालिया निशान लग गया है।
- भारतीय राजनीति में गठबंधन की राजनीति को झटका लगा है।