कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने आज इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2024 का उद्घाटन किया। यह देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता है, जिसे कौशल के उच्चतम मानकों को प्रदर्शित करने के लिए डिजाइन किया गया है। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने नई दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि में एक उद्घाटन समारोह आयोजित किया, जिसमें 30 से अधिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 900 से अधिक छात्रों और 400 से अधिक उद्योग विशेषज्ञों ने भागीदारी दर्ज की।
उद्घाटन समारोह में कौशल कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय के वरिष्ठ आर्थिक सलाहकार श्री नीलांबुज शरण, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की महानिदेशक प्रशिक्षण श्रीमती त्रिशालजीत सेठी, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती सोनल मिश्रा, कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की संयुक्त सचिव श्रीमती हेना उस्मान, और राष्ट्रीय कौशल विकास निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री वेद मणि तिवारी उपस्थित थे। भागीदारी करने वाले सभी राज्यों ने अपनी टीमों और सांस्कृतिक समुदायों का भी प्रदर्शन किया। इसके बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रम हुआ जहां दर्शकों ने देश भर के विभिन्न नृत्य कलाओं को देखा।
श्री अतुल कुमार तिवारी ने उद्घाटन समारोह में अपने संबोधन में कहा कि इंडियास्किल्स 2024 सिर्फ एक प्रतियोगिता नहीं है बल्कि कौशल, नवाचार और दृढ़ संकल्प का उत्सव है। उन्होंने कहा कि यह युवाओं की असीम क्षमता और राष्ट्र के भविष्य को साकार करने की उनकी क्षमता का प्रमाण है। उन्होंने यह भी कहा कि यह एक ऐसा मंच है जहां सपने साकार होते हैं और आकांक्षाएं पोषित होती हैं। उन्होंने आगे कहा कि उन्हें उम्मीदवारों की क्षमताओं पर पूरा भरोसा है और उन्हें आशा है कि वे वर्ल्ड स्किल्स 2024 में उत्कृष्ट प्रदर्शन करेंगे।
प्रतिभागी अगले तीन दिनों तक, निर्माण और भवन प्रौद्योगिकी, रचनात्मक कला और फैशन से लेकर सूचना और संचार प्रौद्योगिकी, विनिर्माण व इंजीनियरिंग प्रौद्योगिकी तथा परिवहन और लॉजिस्टिक्स तक विभिन्न प्रकार के कौशल में प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस कार्यक्रम का समापन 19 मई को एक भव्य समापन समारोह के साथ होगा।
श्री वेद मणि तिवारी ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा कि इंडियास्किल्स एक ऐसा मंच है जो आकांक्षाओं को प्रोत्साहित किया जाता है और रचनात्मकता को प्रोत्साहन प्रदान करता है। उन्होंने कहा कि इस आयोजन को लागू करके राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) न केवल देश को अग्रणी स्थिति में लाएगा बल्कि एक अधिक समावेशी समाज का मार्ग भी प्रशस्त करेगा। श्री तिवारी ने यह भी कहा कि वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिताओं के साथ-साथ इंडिया स्किल्स, उम्मीदवारों, उद्योग जगत के प्रतिनिधियों, शिक्षा जगत के भागीदारों, सरकारों और भागीदार देशों के साथ जुड़ने के अवसर पैदा करके समान समाज के निर्माण में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
चार दिवसीय इंडिया स्किल्स प्रतिभागियों को एक राष्ट्रीय मंच पर पारंपरिक शिल्प से लेकर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों तक 61 कौशलों में अपने विविध कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करने का अवसर प्रदान करेगा। कुल 47 कौशल प्रतियोगिताएं इसी आयोजन स्थल पर आयोजित की जाएंगी, जबकि उपलब्ध सर्वोत्तम बुनियादी ढांचे को ध्यान में रखते हुए 14 प्रतियोगिताएं कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात में इस आयोजन से अलग आयोजित की जाएंगी।