अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस : जाने इतिहास और किसने की शुरुआत
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कब और किसने की शुरुआत ?
अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस सीधे तौर पर भारत के राष्ट्रपति महात्मा गांधी से जुड़ा है | इस दिवस को विश्व स्तर पर मनाए जाने के पीछे का कारण संयुक्त राष्ट्र संघ है | सन 2007 से महात्मा गांधी के जन्मदिन ( 2 अक्टूबर) को विश्व अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का प्रस्ताव पारित किया है।अहिंसा की नीति के ज़रिए विश्व भर में शांति के संदेश को बढ़ावा देने के महात्मा गांधी के योगदान को सराहने के लिए इस दिन को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाने का फ़ैसला किया गया था।
महासभा में 140 देशों का मिला समर्थन
संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत के रखे गए प्रस्ताव को व्यापक समर्थन मिला था। महासभा के कुल 191 सदस्य देशों में से 140 से भी ज्यादा देशों ने इस प्रस्ताव को सह-प्रायोजित किया था। इनमें अफ़गानिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश, भूटान जैसे भारत के पड़ोसी देशों के अलावा अफ्रीका और अमेरिका महाद्वीप के कई देश शामिल थे।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में लिया गया संकल्प
15 जून, 2007 को महासभा द्वारा पारित संकल्प में कहा गया कि- “शिक्षा के माध्यम से जनता के बीच अहिंसा का व्यापक प्रसार किया जाएगा।” संकल्प यह भी पुष्ट करता है कि “अहिंसा के सिद्धांत की सार्वभौमिक प्रासंगिकता एवं शांति, सहिष्णुता तथा संस्कृति को अहिंसा द्वारा सुरक्षित रखा जाए।”