महाराष्ट्र के जलगांव में हुए भीषण ट्रेन हादसे में मरने वालों की संख्या बढ़कर 13 हो गई है। यह दुखद घटना बुधवार शाम को हुई, जब पुष्पक एक्सप्रेस के यात्री संदिग्ध आग लगने की अफवाह के कारण कोच से बाहर निकल आए। उसी समय, बगल की पटरी से गुजर रही कर्नाटक एक्सप्रेस की चपेट में आकर कई लोगों की जान चली गई।
घायलों का इलाज जारी
घायलों को तुरंत जलगांव के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। जिला मजिस्ट्रेट आयुष प्रसाद ने जानकारी दी कि प्रशासन ने घटना के तुरंत बाद एंबुलेंस और चिकित्सा सहायता मौके पर भेजी। अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है, और घायलों का समुचित इलाज किया जा रहा है।
रेल मंत्रालय की अनुग्रह राशि
रेल मंत्रालय ने मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की घोषणा की है:
मृतकों के परिजनों को: ₹1.5 लाख
गंभीर घायलों को: ₹50,000
मामूली घायल यात्रियों को: ₹5,000
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की संवेदना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस दुखद हादसे पर शोक जताते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। प्रशासन प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता दे रहा है।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी मृतकों के परिजनों के लिए ₹5 लाख की आर्थिक सहायता और घायलों के इलाज का सारा खर्च उठाने की घोषणा की।
प्रशासन की तत्परता
एसपी महेश्वर रेड्डी ने बताया कि हादसे के तुरंत बाद राहत और बचाव कार्य शुरू किया गया। जिला प्रशासन, रेलवे विभाग, और स्थानीय पुलिस ने मिलकर स्थिति को संभालने की पूरी कोशिश की।
जलगांव ट्रेन हादसे ने कई परिवारों को गहरा आघात पहुंचाया है। प्रशासन, रेलवे और राज्य सरकार ने स्थिति को संभालने और पीड़ितों की मदद के लिए त्वरित कदम उठाए हैं। यह घटना सुरक्षा उपायों को और मजबूत करने की जरूरत की ओर इशारा करती है।