झारखंड में आगामी चुनावों को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। पूर्व विदेश मंत्री यशवंत सिन्हा ने एक महत्वपूर्ण राजनीतिक कदम उठाते हुए नई पार्टी बनाने की घोषणा की है। इस नई पार्टी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा जाएगा, जिसे ‘अटल विचार मंच’ (एवीएम) के नाम से जाना जाएगा। यह कदम भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सिन्हा के बेटे जयंत सिन्हा को टिकट न देने के फैसले के बाद उठाया गया है।
भाजपा ने हज़ारीबाग़ सीट के लिए विधायक मनीष जयसवाल को उम्मीदवार के रूप में चुना, जिससे जयंत सिन्हा के समर्थकों में असंतोष फैल गया। इस फैसले के बाद यशवंत सिन्हा की राजनीतिक योजनाओं को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। अटल विचार मंच के गठन को इस राजनीतिक घटनाक्रम की प्रतिक्रिया के रूप में देखा जा रहा है।
यशवंत सिन्हा ने सोमवार को दिल्ली के लिए रवाना होने से पहले संवाददाताओं से कहा कि समाज के विभिन्न वर्गों के साथ परामर्श करने के बाद अटल विचार मंच (एवीएम) का गठन किया जाएगा। रविवार की बैठक की अध्यक्षता सुरेंद्र कुमार सिन्हा ने की, जो भाजपा की पूर्व कार्यकारिणी के सदस्य और जयंत सिन्हा के प्रतिनिधि रह चुके हैं। यशवंत सिन्हा ने 1998, 1999, और 2009 में हजारीबाग लोकसभा सीट जीती थी, जबकि 2004 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा) के उम्मीदवार से हार का सामना करना पड़ा था।