- संता और बंता की जुगाड़
संता और बंता ट्रेन में सफर कर रहे थे।
टिकट निरीक्षक आया तो संता ने जल्दी से बंता को ऊपर की सीट पर चढ़ा दिया।
निरीक्षक ने पूछा, “टिकट है?”
संता ने जवाब दिया, “जी नहीं, सामान है।”
निरीक्षक ने ऊपर देखा और पूछा, “ये क्या है?”
संता ने मुंह बनाते हुए कहा, “ये वही सामान है जो सीट न होने पर सिरदर्द बन जाता है!”