बाप (बेटे से)- तुम मुझे अपना बाप नहीं बल्कि अपना दोस्त समझो
तुम मुझसे कुछ भी खुलकर कह सकते हो
बेटा- सुन भाई वो पड़ोस वाले शर्मा की जो बेटी है उसका नंबर दिलवा दे
फिर क्या चप्पल टूटने तक जमकर पिटाई हुई
लड़का जैसे ही कॉलेज में पहुंचा, खुशी के मारे उछलने लगा।
दोस्त- क्या हुआ, इतना खुश कैसे है?
लड़का- आज पहली बार मुझसे किसी लड़की ने मेट्रो में बात की है।
दोस्त- वाह भाई, क्या बात हुई?
लड़का- मैं बैठा था, वो बोली- उठ ये लेडीज सीट है।
दोस्त- क्या हुआ, इतना खुश कैसे है?
लड़का- आज पहली बार मुझसे किसी लड़की ने मेट्रो में बात की है।
दोस्त- वाह भाई, क्या बात हुई?
लड़का- मैं बैठा था, वो बोली- उठ ये लेडीज सीट है।