त्रिशूर पूरम में हुई गड़बड़ी के बाद एडीजीपी अजीत कुमार की जांच रिपोर्ट पर केरल के डीजीपी द्वारा असहमति जताने के बाद कैबिनेट की आपात बैठक बुलाई गई है।
सीपीआई मंत्री एडीजीपी अजीत कुमार के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर सकते हैं। नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र के विधायक अनवर ने हाल ही में आरोप लगाया कि एडीजीपी अजीत कुमार मंत्रियों, राजनीतिक नेताओं और पत्रकारों के फोन टैप कर रहे थे। इसके अलावा, उन्होंने यह भी दावा किया कि अजीत कुमार सोने की तस्करी करने वाले गिरोहों से जुड़े हुए हैं और कई गंभीर अपराधों में शामिल हैं।
केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने इस मामले पर चिंता जताते हुए कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। राज्यपाल ने कहा, “बिना कानूनी अनुमति के कई लोगों के फोन टैप करना बुनियादी मौलिक अधिकारों का उल्लंघन है।” उन्होंने मुख्यमंत्री से पूछा कि क्या सरकार ने इस संबंध में कार्रवाई की है।
19 मई को आयोजित त्रिशूर पूरम में व्यवधान उत्पन्न हुआ था, जिसके बाद सरकार ने तत्कालीन नगर पुलिस आयुक्त और सहायक आयुक्त के खिलाफ कार्रवाई की थी। एडीजीपी ने डीजीपी के समक्ष सीलबंद लिफाफे में अपनी जांच रिपोर्ट पेश की, जिसमें दावा किया गया कि इसमें कोई बाहरी हस्तक्षेप नहीं था।
कांग्रेस ने इस रिपोर्ट की आलोचना करते हुए कहा कि यह साजिशकर्ताओं द्वारा स्वयं पेश की गई है, जिसका उद्देश्य त्रिशूर पूरम को बाधित करना था।
इस प्रकार, एडीजीपी अजीत कुमार की जांच और उसके परिणामों पर विवाद गहराता जा रहा है, जो राज्य की राजनीतिक स्थिति पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।