इंडियन प्रीमियर लीग के 17 वें सीजन के पहले क्वालीफायर कोलकाता और हैदराबाद के बीच खेला गया। जहां मिचेल स्टार्क (34 रन पर तीन विकेट) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के बाद कप्तान श्रेयस अय्यर (24 गेंद में नाबाद 58) और वेंकटेश अय्यर (28 गेंद में नाबाद 51) की आक्रामक पारियों से कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को 8 विकेट से हरा दिया।
सनराइजर्स की पारी को 159 रन पर समेटने के बाद केकेआर ने महज 13.4 ओवर में दो विकेट पर 164 रन बना कर चौथी बार इस लीग में फाइनल का टिकट कटाया। सनराइजर्स को 26 मई को खेले जाने वाले फाइनल में जगह बनाने के लिए राजस्थान रॉयल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु के बीच बुधवार को खेले जाने वाले एलिमिनेटर के विजेता से शुक्रवार (24 मई) भिड़ना होगा।
श्रेयस और वेंकटेश दोनों ने अपनी नाबाद पारियों में एक समान पांच चौके और चार छक्के जड़े। दोनों ने तीसरे विकेट के लिए महज 44 गेंद में 97 रन की अटूट साझेदारी कर टीम की एकतरफा जीत पक्की की। आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ी स्टार्क को शुरुआती ओवरों में वैभव अरोड़ा (17 रन पर एक विकेट) का अच्छा साथ मिला और दोनों ने पहले दो ओवरों में शानदार लय में चल रहे सनराइजर्स के सलामी बल्लेबाजों ट्रेविस हेड (शून्य) और अभिषेक शर्मा (तीन) को पवेलियन की राह दिखा दी।
वरुण चक्रवर्ती (26 रन पर दो विकेट) और सुनील नारायण (40 रन पर एक विकेट) की फिरकी ने मध्यक्रम में सनराइजर्स के बल्लेबाजों को ज्यादा देर तक पैर जमाने का मौका नहीं दिया। हर्षित राणा (27 रन पर एक विकेट) और आंद्रे रसेल (15 रन पर एक विकेट) को भी एक-एक सफलता मिली। सनराइजर्स के लिए राहुल त्रिपाठी ने 35 गेंद की पारी में सात चौके और एक छक्का की मदद से 55 रन बनाने के साथ हेनरिक क्लासेन (32) के साथ महज 37 गेंद में 62 रन की आक्रामक साझेदारी की।
क्लासेन ने 21 गेंद की पारी में तीन चौके और एक छक्का लगाया। आखिरी ओवरों में कप्तान पैट कमिंस ने 24 गेंद में दो चौके और इतने ही छक्के की मदद से 30 रन बनाकर टीम को चुनौतीपूर्ण स्कोर तक पहुंचाया। उन्होंने आखिरी विकेट के लिए विजयकांत व्यास कांत (नाबाद सात) के साथ 33 रन जोड़े। लक्ष्य का पीछा करते हुए फिल सॉल्ट की जगह टीम में आये विकेटकीपर रहमानुल्लाह गुरबाज़ ने भुवनेश्वर कुमार के खिलाफ चौके के साथ खाता खोला तो वही नारायण ने दूसरे ओवर में कमिंस (38 रन पर एक विकेट) का स्वागत लगातार दो चौके से किया।
गजराज ने इस ओवर में छक्का लगाने के बाद भुवनेश्वर के खिलाफ भी गेंद दर्शकों के पास भेजा। टी नटराजन (22 रन पर एक विकेट) ने चौथे ओवर में उनकी 14 गेंद में 23 रन की पारी को खत्म किया। क्रीज पर आये वेंकटेश अय्यर ने भुवनेश्वर के खिलाफ लगातार दो चौके लगाये तो वहीं नारायण ने नटराजन की गेंद को सीमा रेखा के पार भेज पावर प्ले में टीम का स्कोर एक विकेट पर 63 रन कर दिया। अपने शुरुआती ओवर में 16 रन लुटाने वाले कमिंस ने खतरनाक हो रहे नारायण को व्यासकांत के हाथों कैच कराकर आउट किया।
वेंकटेश पर हालांकि इसका खास असर नहीं पड़ा और उन्होंने कमिंस और फिर व्यासकांत पर छक्का जड़ रन गति को बनाए रखा। कप्तान श्रेयस अय्यर को 10वें ओवर में व्यासकांत की गेंद पर उस समय जीवनदान मिला जब विकेटकीपर क्लासेन और त्रिपाठी के बीच गफलत के कारण कैच झटक गया। उन्होंने अगले ओवर में नटराजन के खिलाफ छक्का और चौका जड़कर इस जीवनदान का जश्न मनाया। कमिंस ने विकेट की तलाश में गेंद हेड को थमाई लेकिन श्रेयस और वेंकटेश ने शानदार चौके लगाकर उन्हें असरहीन किया। वेंकटेश ने रेड्डी के खिलाफ छक्का लगाकर 28 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया।