बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) के छात्रों पर हुए लाठीचार्ज के मामले में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने गहरी नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा, “पुलिस को लाठीचार्ज नहीं करना चाहिए था। यह पूरी तरह गलत है।” लालू ने इस घटना को अनुचित बताते हुए कहा कि छात्रों की मांग को शांतिपूर्ण ढंग से सुना जाना चाहिए था।
प्रियंका गांधी का भाजपा और नीतीश सरकार पर निशाना
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी इस घटना को लेकर नीतीश सरकार और भाजपा पर तीखा हमला बोला। उन्होंने अपने व्हाट्सएप चैनल पर लिखा, “हाथ जोड़ रहे युवाओं पर लाठी चलाना क्रूरता की पराकाष्ठा है। भाजपा शासन में रोजगार मांगने वाले युवाओं को लाठियों से पीटा जाता है।” उन्होंने आगे कहा, “युवा अगर अपनी आवाज़ उठाते हैं तो उन्हें बर्बरता का सामना करना पड़ता है। भाजपा को केवल अपनी कुर्सी बचाने की चिंता है।”
प्रश्नपत्र लीक का मामला
बीपीएससी छात्रों ने 13 दिसंबर को आयोजित प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) में प्रश्नपत्र लीक होने का आरोप लगाया था। इसके विरोध में बुधवार को पटना में बीपीएससी कार्यालय का घेराव किया गया। प्रदर्शनकारी परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे थे।
पुलिस का पक्ष
पटना के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) राजीव मिश्रा ने बताया कि प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड तोड़कर बीपीएससी कार्यालय पहुंचने की कोशिश की और यातायात बाधित किया। इसके बाद पुलिस ने “हल्के बल” का प्रयोग किया। उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रदर्शन में कोचिंग शिक्षकों ने छात्रों को उकसाया।
प्रियंका गांधी का बयान
प्रियंका गांधी ने सरकारों को युवाओं के लिए बेहतर नीतियां बनाने की नसीहत देते हुए कहा, “दुनिया के सबसे युवा देश में युवाओं का भविष्य क्या होगा, यह सोचना सरकारों की जिम्मेदारी है। लेकिन भाजपा का ध्यान केवल अपनी कुर्सी बचाने पर है।”
बीपीएससी लाठीचार्ज प्रकरण ने बिहार सरकार को विपक्ष के निशाने पर ला दिया है। छात्रों की मांगें और सरकार की प्रतिक्रिया दोनों ही सवालों के घेरे में हैं। वहीं, विपक्षी दल इस मुद्दे को राजनीतिक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं।