बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर छात्र सड़कों पर उतर आए हैं। भीषण सर्दी में प्रदर्शनकारी छात्रों पर पुलिस ने पानी की बौछार और लाठीचार्ज किया। इस कार्रवाई ने छात्रों के गुस्से को और बढ़ा दिया।
प्रियंका गांधी का सरकार पर हमला
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने बिहार सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “परीक्षाओं में भ्रष्टाचार और पेपर लीक को रोकना सरकार का काम है। लेकिन सरकार छात्रों की आवाज दबा रही है। ठंड में युवाओं पर पानी की बौछार और लाठीचार्ज करना अमानवीय है। भाजपा की डबल इंजन सरकार युवाओं पर दोहरे अत्याचार का प्रतीक बन गई है।”
राहुल गांधी की प्रतिक्रिया
राहुल गांधी ने भी इस मामले पर कहा था कि “पेपर लीक के जरिए युवाओं का भविष्य खत्म किया जा रहा है,” और इसे “एकलव्य के अंगूठे” के बलिदान से जोड़ा।
विपक्ष का बढ़ता दबाव
इस मुद्दे पर सिर्फ कांग्रेस ही नहीं, बल्कि आरजेडी, आप और अन्य विपक्षी दल भी सरकार के खिलाफ खड़े हो गए हैं।
तेजस्वी यादव: उन्होंने पुलिस कार्रवाई को “दर्दनाक” बताते हुए कहा कि “यह बहुत परेशान करने वाला है। छात्रों के साथ ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है।”
संजय सिंह (आप): उन्होंने इस घटना को “तानाशाही का उदाहरण” बताते हुए कहा कि “देश लाठी से नहीं, संवाद और संविधान से चलेगा।”
प्रशांत किशोर और जन सुराज का समर्थन
जन सुराज पार्टी के संस्थापक प्रशांत किशोर ने भी प्रदर्शनकारियों का समर्थन किया। उन्होंने बिहार में परीक्षा प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को खत्म करने की बात कही। हालांकि, उनके खिलाफ “उकसावे और सार्वजनिक व्यवस्था बिगाड़ने” का मामला दर्ज किया गया है।
BPSC परीक्षा विवाद: क्या है मामला?
70वीं BPSC प्रारंभिक परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने के आरोपों ने राज्य में भारी बवाल मचा दिया है। अभ्यर्थी एक सप्ताह से अधिक समय से परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
BPSC विवाद ने बिहार में राजनीतिक और सामाजिक तनाव बढ़ा दिया है। छात्रों का विरोध और विपक्ष के समर्थन से राज्य सरकार पर दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना होगा कि सरकार इस मुद्दे को कैसे सुलझाती है।