जम्मू-कश्मीर में 16 अक्टूबर को सुबह 11:30 बजे नई सरकार का शपथ ग्रहण समारोह होने वाला है। उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला को नई सरकार बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया है। उमर अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया पर इस निमंत्रण पत्र को साझा किया, जिसमें लिखा है, “जम्मू-कश्मीर सरकार बनाने और उसका नेतृत्व करने के लिए आपको आमंत्रित करते हुए खुशी हो रही है।”
हाल ही में संपन्न हुए जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनावों में नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन ने जीत दर्ज की है। इस गठबंधन का नेतृत्व उमर अब्दुल्ला करेंगे, जो मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे।
यह फैसला राष्ट्रपति शासन हटने के बाद लिया गया, जिससे केंद्र शासित प्रदेश में सरकार गठन का रास्ता साफ हो गया है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी की, जिसमें 31 अक्टूबर 2019 को जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम के तहत दिए गए आदेश को निरस्त करने का निर्देश दिया गया है।
जम्मू-कश्मीर में 31 अक्टूबर 2019 से केंद्रीय शासन लागू था, जब अनुच्छेद 370 निरस्त कर राज्य को दो केंद्र शासित प्रदेशों – जम्मू-कश्मीर और लद्दाख – में विभाजित किया गया था। इससे पहले, जून 2017 में तत्कालीन मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के इस्तीफे के बाद से राज्य में केंद्र सरकार का शासन लागू था।
जम्मू-कश्मीर पुनर्गठन अधिनियम, 2019 की धारा 54 के तहत मुख्यमंत्री और मंत्रियों की नियुक्ति का प्रावधान किया गया है। इसी धारा के तहत एलजी की रिपोर्ट के आधार पर राष्ट्रपति ने जम्मू-कश्मीर में नई सरकार के गठन की अनुमति दी है।