प्रयागराज के महाकुंभ में संगम घाट पर मची भगदड़ ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। इस घटना के तुरंत बाद विपक्षी नेताओं ने राज्य सरकार से सवाल पूछे, हालांकि प्रारंभिक रिपोर्टों में मृतकों की संख्या बढ़ाई गई थी, जो बाद में अफवाह साबित हुई। इस बीच, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर अपनी प्रतिक्रिया दी है।
सीएम योगी का बयान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भगदड़ की घटना पर बयान देते हुए कहा कि कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उनका इलाज चल रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अब स्थिति नियंत्रण में है।
सीएम योगी ने कहा, “भगदड़ के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुझसे चार बार फोन करके स्थिति का जायजा लिया और लगातार मुझसे संपर्क बनाए रखा।” उन्होंने आगे बताया कि वह भी स्थिति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।
प्रशासन से अपील
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर भी सीएम योगी ने महाकुंभ में श्रद्धालुओं से प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की अपील की। उन्होंने लिखा, “महाकुंभ-2025, प्रयागराज में श्रद्धालुगण कृपया अपने निकटतम घाट पर स्नान करें और संगम नोज की ओर जाने का प्रयास न करें।”
सीएम योगी ने यह भी कहा कि संगम के सभी घाटों पर स्नान हो रहा है, और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की।
घायलों का इलाज जारी
प्रयागराज में हुई भगदड़ के बाद विशेष कार्याधिकारी आकांक्षा राणा ने कहा कि स्थिति गंभीर नहीं है और घायलों का इलाज किया जा रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना का संज्ञान लिया है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखी है। गृह मंत्री अमित शाह ने केंद्र से पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है।
संतों की अपील
इस बीच, जगद्गुरु स्वामी रामभद्राचार्य जी ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे महाकुंभ में भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति से बचने के लिए संगम घाट पर स्नान करने पर जोर न दें। स्वामी रामभद्राचार्य ने एक वीडियो जारी करते हुए कहा, “कृपया अपने शिविरों को छोड़ने की बजाय अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें और निकटतम घाट पर स्नान करें।”
विभिन्न अखाड़ों ने भी श्रद्धालुओं से यही अपील की है कि वे केवल अपने निकटतम घाट पर पवित्र स्नान करें।