प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान लाखों श्रद्धालु त्रिवेणी संगम पर पवित्र स्नान के लिए उमड़े हैं। मौनी अमावस्या के अवसर पर संगम पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण बुधवार को भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए भारतीय रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा और यात्रा को सुगम बनाने के लिए एक विशेष निकासी योजना लागू की है।
भारतीय रेलवे की योजना
भारतीय रेलवे ने कहा है कि इस आयोजन के लिए कोई ट्रेन रद्द नहीं की गई है, बल्कि हर 4 मिनट में एक ट्रेन चलाने के लिए प्रयागराज में कई खाली ट्रेनें भेजी जा रही हैं। यह योजना संगम क्षेत्र के पास के रेलवे स्टेशनों से श्रद्धालुओं को जल्दी से निकालने के उद्देश्य से बनाई गई है।
360 से अधिक ट्रेनें चलेंगी
रेल मंत्रालय ने महाकुंभ के दौरान तीर्थयात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए 360 से अधिक ट्रेनें चलाने की योजना बनाई है। रेलवे अधिकारियों के अनुसार, सभी ट्रेनें निर्धारित समय पर चलेंगी और किसी भी विशेष ट्रेन को रद्द नहीं किया जाएगा।
मौनी अमावस्या के लिए 150 विशेष ट्रेनें
मौनी अमावस्या पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए, भारतीय रेलवे ने 150 विशेष ट्रेनें चलाने की घोषणा की है। यह संख्या 2019 के अर्ध कुंभ में चलाए गए 85 विशेष ट्रेनों से कहीं अधिक है। रेलवे अधिकारियों ने इसे एक बड़ी उपलब्धि बताया और भक्तों के लिए निर्बाध यात्रा सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
महाकुंभ 2025 की महत्ता
महाकुंभ 2025 दुनिया के सबसे बड़े और महत्वपूर्ण धार्मिक समागमों में से एक है, जो हर 12 साल में भारत के चार प्रमुख स्थानों पर आयोजित किया जाता है। अब तक, लगभग 20 करोड़ लोग गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगा चुके हैं। यूपी सरकार के अनुसार, मौनी अमावस्या पर 10 करोड़ लोग संगम आएंगे और पूरे महाकुंभ में 45 करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु आने की उम्मीद है।