महाराष्ट्र कैबिनेट ने महाराष्ट्र कौशल विकास विश्वविद्यालय का नाम बदलने का फैसला किया है। अब इस विश्वविद्यालय का नाम दिवंगत उद्योगपति **रतन टाटा** के नाम पर रखा जाएगा। यह फैसला रतन टाटा के देश के प्रति महत्वपूर्ण योगदान और उनकी स्मृति को सम्मान देने के लिए लिया गया है।
रतन टाटा का निधन 9 अक्टूबर को हुआ, जिसके बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। उन्होंने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा भारत को विश्व पटल पर नई पहचान दिलाने और देश की समृद्धि में योगदान देने में समर्पित किया। महाराष्ट्र सरकार ने उनकी याद में विश्वविद्यालय का नाम बदलने का निर्णय लिया है, ताकि उनके अद्वितीय योगदान को याद किया जा सके।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने रतन टाटा को **भारत रत्न** से सम्मानित करने का औपचारिक प्रस्ताव दिया है। उनके अनुसार, रतन टाटा ने भारत के भविष्य को आकार देने में अहम भूमिका निभाई थी, इसलिए उन्हें यह सर्वोच्च नागरिक सम्मान दिया जाना चाहिए।
महाराष्ट्र मंत्रिमंडल की बैठक में रतन टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया गया और उनके नाम को **भारत रत्न** के लिए केंद्र सरकार से प्रस्तावित करने पर सहमति जताई गई। कैबिनेट बैठक के दौरान उनके योगदान और देश के प्रति समर्पण को याद किया गया।
इस फैसले से रतन टाटा के प्रति देश के आभार को अभिव्यक्त किया जा रहा है, जो अपने कार्यों से हमेशा देश के लिए प्रेरणा बने रहेंगे।